Bengal Elections : डायमंड हार्बर में बेरोजगारी और विकास रहेगा मुद्दा

कोलकाता : लोकसभा चुनाव के दौरान बंगाल का डायमंड हार्बर हॉटसीट बन चुका है। बंगाल में डायमंड हार्बर मॉडल के रूप में भी प्रचलित है। इस बार जहां पर तृणमूल के अ​भिषेक बनर्जी चुनावी मैदान में है तो वहीं आईएसएफ के नेता नौशाद सिद्दीकी उनके खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे में विभिन्न राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियां व रणनीति तेज कर दी है। एक तरफ तृणमूल का दावा है कि डायमंड हार्बर क्षेत्र में काफी विकास कार्य हुए हैं। वहीं नयी पार्टियां यहां से बेरोजगारी और भ्रष्टचार को समाप्त करना चाहती है। ऐसे में सन्मार्ग की टीम ने डायमंड हार्बर के अंतर्गत आनेवाले मटियाब्रुज विधानसभा क्षेत्र के महेशतल्ला इलाके के लोगों से उनकी राय जानने चाही। यहां की जनता परिवर्तन चाहती है। चाहे वह विकास में हो या फिर बेरोजगारी में।

पहली बार के मतदाता छात्र सुमित कुमार ने बताया कि इस बार चुनाव में बेरोजगारी और विकास का मुद्दा होना चाहिए। बेरोजगारी खत्म होने से ही लोगों की आर्थिक स्थिति बदल जाएगी। टीजी रोड के रहने वाले शनि बहादुर राणा ने कहा कि रोजगार होने पर ही लोगों को अन्य प्रदेश में जाना नहीं पड़ेगा। संहतिपल्ली की रहने वाली सुलेखा श्रेष्ठ ने कहा कि राज्य की वर्तमान सरकार ने काफी विकास कार्य किये हैं। ऐसा प्रतिनिधि चुनकर आए जो जन-जन की सुविधाओं के बारे में सोचें।कृष्णा मुखर्जी ने कहा कि विकास जितना अधिक होंगे आम लोगों को अधिक सुविधा मिलेगी। पेशे से शिक्षक गोपाल जैसवारा ने कहा कि मटियाब्रुज विधानसभा के महेशतला वार्ड नंबर 1 में एक हेल्थ सेंटर होना काफी जरूरी है। आरती दास ने कहा कि डायमंड हार्बर विधानसभा क्षेत्र के मटियाब्रुज चरियाल ब्रिज और संप्रीति फ्लाइओवर होने से लोगों को काफी सुविधाएं मिल रही है। अमिताभ चक्रवर्ती ने कहा कि मटियाब्रुज विधानसभा क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या अधिक है। ऐसे में जो भी प्रतिनिधि आए केवल विकास करें यही कामना करते हैं।

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