Howrah News : हावड़ा में धड़ल्ले से हो रहा है अवैध निर्माण | Sanmarg

Howrah News : हावड़ा में धड़ल्ले से हो रहा है अवैध निर्माण

हावड़ा : सोमवार को महानगर के गार्डनरीच इलाके में जहां अवैध निर्माण के ढहने की वजह से 7 लोगों की मौत हो गयी। वहीं महानगर के निकट हावड़ा में जहां नियम व कानून तो है मगर खाता कलमों में। हम यहां बात कर रहे हैं हावड़ा की। यहां अवैध निर्माण को रोकने के लिए आदेश दिए जाते हैं मगर नतीजा ढाक के तीन पात ही रहता है। आलम यह है कि हावड़ा में पिछले 6 सालों से न ही कोई निगम चुनाव न ही कोई बोर्ड का गठन हुआ। इसके बावजूद धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। अगर अवैध निर्माण की बात करें तो जहां 5 तल्ले का निर्माण करना था वहां पर प्रमोटर द्वारा 7 तल्ले के निर्माण कार्य कर दिया गया है। जब निगम ने उस 7 तल्ले को तोड़कर 5 तल्ला किया तो प्रमोटर ने दोबारा उस इमारत को 7 तल्ले का बना दिया। इससे साफ पता चलता है कि यहां पर प्रशासन के नाम पर कुछ नहीं है।

कोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं हुई पूरी कार्रवाई : घुसुड़ी इलाके के गिरिश घोष रोड पर स्थित एक इमारत को हाईकोर्ट की जज अमृता सिन्हा ने तोड़ने का आदेश दिया था परंतु इमारत में केवल एक हथौड़ा लगाया गया। हाई कोर्ट का आदेश था कि उसे पूरा जमींदोज कर दिया जाये लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

वहीं इसी इलाके के एच. के. चटर्जी रोड के मकान तोड़ने के आदेश दिये गये थे लेकिन आरोप है कि इमारत में ढलाई का काम किया जा रहा है। यह तो केवल उदाहरण मात्र है। इसके अलावा हावड़ा नगर निगम का वार्ड नंबर 1, 2, 13, 14 एवं 15 नंबर वार्ड में जहां की रोड और गलियां भी इमारतों से पटी हुई है।

कागजातों में रह गया एक्शन !: कुछ समय पहले ही निगम की प्रशासक मंडली के चेयरमैन डॉ. सुजय चक्रवर्ती ने कहा था कि जो प्रमोटर अवैध निर्माण कर रहे हैं उनके खिलाफ निगम जल्द ही एक्शन लेगा और उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की जा रही है। परंतु न ही एफआईआर दर्ज हुई और न ही कोई एक्शन। अब जो अवैध निर्माण कर रहे हैं उनका काम पुलिस द्वारा रोका जायेगा, परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

6 सालों में धड़ल्ले से हुआ है अवैध निर्माण : साल 2018 से ही हावड़ा में निगम चुनाव नहीं हुए। इसके बाद सरकार द्वारा वहां पर प्रशासक मंडली को बैठा दिया गया। इसका फायदा सबसे ज्यादा अवैध निर्माण करनेवाले प्रमोटरों को हुआ। बोर्ड का गठन नहीं होने के कारण और बिना कागजात के करीब 5 हजार अवैध निर्माण किये गये हैं।

नहीं हुआ कोई असर : निगम का दावा है कि नयी प्रशासक मंडली के बनने के बाद अवैध निर्माण के खिलाफ कई कदम उठाये गये थे। यहां तक कि एफआईआर करने की भी बात कही गयी थी लेकिन इसका कोई असर नहीं देखने को मिला। बाली, उत्तर हावड़ा, मध्य हावड़ा, शिवपुर इलाके में धड़ल्ले से अवैध निर्माण किये गये और अब भी जारी हैं। निगम में इसे लेकर कई शिकायतें भी आयीं मगर कोई असर नहीं हुआ।

एफआईआर दर्ज करने के लिए निगम से की जा रही है अपील

पुलिस सूत्रों के अनुसार अवैध निर्माण पर हुई घाेषणा के बाद ही निगम के अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की बैठक की गयी। देखा जाये तो पुलिस द्वारा काम रोकना तो दूर इस बैठक के बाद ही पुलिस अधिकारी ही लगातार निगम के अधिकारियों को अवैध निर्माण को लेकर एफआईआर दर्ज करने की अपील कर रहे हैं। परंतु अभी तक हावड़ा निगम की ओर से इन अवैध निर्माणों को लेकर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है।

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