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हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को सबसे शुभ समय माना गया है। सुबह 3 बजे के बाद और सूर्योदय से पहले के समय को ब्रह्म मुहूर्त माना गया है। शास्त्र कहता है कि सुबह 3.20 मिनट से 3.40 मिनट के बीच मां सरस्वती व्यक्ति की जुबान पर बैठती है, इस समय बोली गई बात सच हो जाती है।
बड़े बुजुर्ग अक्सर कहते हैं वाणी में कटुता कभी नहीं होनी चाहिए, ऐसे में खासकर बताए गए समय पर सोच समझकर बोलना चाहिए, क्योंकि आपकी बोली खुद के साथ दूसरों का नुकसान करा सकती है।
छात्रों को प्रतिदिन ओम ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः। मां सरस्वती के इस मंत्र का जाप करना चाहिए। कहते हैं इससे बुद्धि में वृद्धि होती है और मानसिक विकास तेजी से होता है।
कहते हैं पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान का फल तभी मिलता है जब नियम कायदों का ध्यान रखा जाए। देवी सरस्वती का आशीर्वाद पाने के लिए किसी का अहित न करें, वाणी पर संयम रखें, बुजुर्गों, असहाय का निरादर न करें।