कोलकाताः आज दिवाली का पावन त्योहार है। शाम होते ही पूरा शहर रंग-बिरंगी लाइटों से जगमाने लगता है। आसमान में पटाखों की रोशनी भी नजर आने लगी है। दिवाली में जहां चारों तरह इतनी रोशनी फैली होती है, रातभर पटाखे की गूंज रहती हैं। वहीं, दिवाली के समय पटाखों की चिंगारी से जलने के मामले भी बहुत आते है।
ऐसे में सुनिश्चित करें कि आप और आपके बच्चे दिवाली पर दीयों और पटाखों को सावधानी से जला रहे हैं। इसके अलावा यदि पटाखे फोड़ते समय या गर्म तरल पदार्थ या दीयों को जलाने के दौरान जल जाते हैं, तो तुरंत प्राथमिक उपचार करें। हल्के बर्न इंजरी के इलाज के लिए यहां आज हम आपको कुछ बेहतरीन घरेलू उपचार बता रहें हैं।
जले हुए स्थान पर ठंडा पानी डालें
मामूली जला होने पर आपको सबसे पहले जो करना चाहिए, वह है जले हुए हिस्से को लगभग 20 मिनट तक ठंडे पानी में डुबोए रखें। फिर जले हुए स्थान को हल्के साबुन और पानी से धो लें।
जले हिस्से पर रखें ठंडा कपड़ा
जले हुए स्थान पर साफ गीला कपड़ा रखने से दर्द और सूजन को दूर करने में मदद मिलता है। आप 5 से 15 मिनट के अंतराल में जले घाव को ठंडा सेक लगा सकते हैं। लेकिन कोशिश करें कि अत्यधिक ठंडे कंप्रेस का उपयोग न करें क्योंकि वे जलन को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
जले पर लगाएं ऐलोवेरा
अध्ययनों से पता चलता है कि एलोवेरा पहली से दूसरी डिग्री की जलन को ठीक करने में प्रभावी है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण मौजूद होते हैं, इसके साथ ही यह सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, और बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। ऐसे में एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकालकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है। यदि आप किसी स्टोर से एलोवेरा खरीदते हैं, तो सुनिश्चित करें कि उसमें एलोवेरा की मात्रा अधिक हो।
जले का घरेलू उपचार है शहद
शहद मीठे स्वादिष्ट स्वाद के अलावा मामूली जलन को ठीक करने में मदद कर सकता है। शहद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा यह एंटी बैक्टीरियल और एंटिफंगल है, जिससे जला घाव पकता नहीं है।
इन चीजों को लगाने से बढ़ सकती है समस्या
ज्यादातर लोग जलने पर नारियल तेल या बर्फ लगाते हैं। लेकिन इससे समस्या और भी बढ़ सकती है। साथ ही जलने पर टूथपेस्ट, घी, एग व्हाइट, बर्फ का उपयोग भी नुकसादायक होता।
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