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कोलकाता : कई सालों से बनगांव, रानाघाट व कल्याणी के लोगों के आरोप थे कि उन्हें 12 कोचवाली ट्रेनें उपलब्ध नहीं करायी जाती है। उनकी शिकायतों पर ध्यान देते हुए पूर्व रेलवे ने सियालदह में अपने प्लेटफार्म बढ़ाने का काम तेज कर दिया है। प्लेटफार्म नंबर 4 को बढ़ाने का काम तो पूरा भी हो गया। दरअसल पूर्व रेलवे सियालदह नार्थ सेक्शन और उनकी मुख्य शाखाओं में अभी केवल 8 कोचवाली ट्रेनें चलती है। इसके कारण यात्रियों की सुविधा के लिए सभी ईएमयू रेकों को 12 कोच रेकों में चलाने का प्रयास कर रहा है। उल्लेखनीय है कि सियालदह साउथ सेक्शन की लगभग सभी ईएमयू लोकल में अब 12 कोच हैं। हालाँकि, सियालदह मेन और नॉर्थ सेक्शन यानी सियालदह-राणाघाट-कृष्णानगर और सियालदह-बनगाँव सेक्शन पर सभी ट्रेनें आज तक 12 कोचों के साथ संचालित नहीं हो पाई हैं। इसके लिए सियालदह मेन सेक्शन के कई प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़ाने का काम रेलवे ने शुरू किया।
जून तक पूरा हो पायेगा प्लेटफार्म बढ़ाने का काम
यहां पर पूर्व रेलवे के कर्मी दिन व रात लगातार 24 घंटे काम कर रहे हैं। अब तक सियालदह स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 का विस्तार आंशिक रूप से पूरा हो चुका है। प्लेटफार्म नंबर 1, 2 और 3 का विस्तार कार्य चल रहा है और इसी महीने पूरा होने की उम्मीद है। हालांकि, सिग्नल और यार्ड लेआउट में बदलाव के लिए संबंधित ओवरहेड केबल और नॉन-इंटरलॉकिंग का काम पूरा होने में लगभग मई का समय लगेगा। फिर सियालदह में प्लेटफॉर्म नंबर 5 की लंबाई बढ़ाने का काम है। उम्मीद है कि जून तक सियालदह मेन सेक्शन के 1 से 5 तक के सभी प्लेटफॉर्म 12-कोच ईएमयू लोकल चलाने में सक्षम होंगे।
यात्रियों को होगा आराम
पूर्व रेलवे के जीएम मिलिंद के देउस्कर ने सभी संबंधित विभागों को सियालदह में प्लेटफार्मों के विस्तार कार्य में तेजी लाने और यात्रियों की सुविधा के लिए अधिकतम संख्या में 12 कोच वाली ईएमयू लोकल चलाने का प्रयास करने का निर्देश दिया है। सियालदह स्टेशन पर, जहां से प्रतिदिन 10 लाख से अधिक यात्री यात्रा करते हैं, सभी ईएमयू लोकल को 12 कोच में परिवर्तित करने से यात्रा की सुविधा बढ़ेगी और ट्रेन के डिब्बों में भीड़ कम होगी। सियालदह नार्थ और मेन सेक्शन पर सभी ईएमयू रेक को 9 कोच से 12 कोच में परिवर्तित करने के परिणामस्वरूप, प्रत्येक लोकल ट्रेन में औसतन 330 से अधिक यात्री आराम से बैठ सकते हैं। इसके अलावा, खड़े होकर यात्रा करने की स्थिति में प्रत्येक ट्रेन में लगभग 1200 अतिरिक्त यात्री यात्रा कर सकते हैं।