बेंगलुरु: आदित्य L1 लॉन्चिंग होने के लिए तैयार है। इससे पहले शुक्रवार (1 सितंबर) को इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ तिरुपति के सुलुरुपेटा में श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर गए और मिशन की सफलता के लिए पूजा-अर्चना की। जानकारी के मुताबिक सुबह साढ़े सात बजे मंदिर पहुंचे। इसके बाद उसने वहां पर प्रार्थना की। मंदिर में मौजूद इसरो प्रमुख का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सूर्य के आस-पास मौजूद चीजों को समझने के लिए भारत का सूर्ययान मिशन बेहद महत्वपूर्ण है। 2 सितंबर को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो इसे स्वदेशी रॉकेट से लॉन्च करेगा। जानकारी के मुताबिक इस मिशन को नियत स्थान पर पहुंचने में 125 दिन लगेंगे।
India’s first solar mission #AdityaL1
ISRO chief S Somnath visits Chengalamma Parmeshwari mandir ahead of India’s maiden Solar observatory Aditya-L1 mission launch ….🚀
Jeetega India
#ISRO #Sriharikota #Salaar #INDvPAK #Tejran #Elections2024 #Kushi pic.twitter.com/krZNGh3gdE— Neha Yadav (@NehaYad1) September 1, 2023
मंदिर के अधिकारी ने दी जानकारी
बता दें कि चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर के कार्यकारी अधिकारी श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि करीब 15 साल से, रॉकेट के प्रक्षेपण से पहले इसरो के अधिकारियों का इस मंदिर में आते हैं। यहां पर आना एक परंपरा बन गई है। चंद्रयान-3 मिशन के लॉन्च से पहले भी एस सोमनाथ मंदिर आए थे।
इसरो ने लॉन्चिंग से पहले किया ट्वीट
आज यानी शुक्रवार को इसरो ने ट्वीट कर कहा है कि “सूर्य गैस का एक विशाल गोला है और आदित्य-एल1 सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा। आदित्य-एल1 न तो सूर्य पर उतरेगा और न ही सूर्य के करीब आएगा।” इसरो ने दो ग्राफ के जरिए इस मिशन को लेकर और अच्छी तरह से जानकारी दी। इसके तहत आदित्य-एल1 मिशन में अंतरिक्ष यान को लैग्रेंज बिंदु-1 (एल-1) के चारों ओर एक होलो ऑर्बिट में रखा जाएगा। पृथ्वी से इसकी दूरी लगभग 1.5 लाख किमी दूर है। एल-1 बिंदु पर ग्रहण का असर नहीं पड़ता और इस जगह से सूरज को लगातार देखा जा सकता है।
PSLV-C57/Aditya-L1 Mission:
The 23-hour 40-minute countdown leading to the launch at 11:50 Hrs. IST on September 2, 2023, has commended today at 12:10 Hrs.The launch can be watched LIVE
on ISRO Website https://t.co/osrHMk7MZL
Facebook https://t.co/zugXQAYy1y
YouTube…— ISRO (@isro) September 1, 2023