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नई दिल्ली : इजराइल में गाजा पट्टी के आतंकी समूह हमास के हमले और कई इजरायली शहरों में घुसपैठ करने के लिए रॉकेट दागे जाने तथा भारी किलेबंदी वाली सीमा के पार लड़ाकू विमानों को भेजने के बाद सायरन बजने लगे। इजराइल में रह रहे प्रवासी भारतीय सुबह सायरन की आवाज सुनकर उठे। वहां रह रहे हजारों भारतीयों में से बड़ी संख्या में केरल से हैं, जो वहां बुजुर्गों की देखभाल करने जैसे काम करते हैं। इजराइली शहर तेल अवीव से 8 किमी दूर रहने वाले केरल के जिबी योहन्नान ने कहा कि स्थानीय निवासी छिटपुट मिसाइल हमलों के आदी तो पहले हैं, लेकिन शनिवार के हमले ने सभी को चौंका दिया।
हमलावरों ने मुख्य रूप से सड़क पर लोगों को निशाना बनाया
उन्होंने कहा, “जब तनाव बढ़ता है तो हम मिसाइल हमलों को देखते हैं और यह देखते हैं कि उन्हें आयरन डोम (इजराइल की वायु रक्षा प्रणाली) द्वारा कैसे रोका और नष्ट किया जा रहा है। लेकिन इस बार हमला सड़क के रास्ते देश में घुसपैठ करने वालों का था। हमलावरों ने मुख्य रूप से सड़क पर लोगों को निशाना बनाया।” योहन्नान ने बताया, “इजराइल में भारतीय समुदाय अब तक सुरक्षित हैं। ”
केरल के इडुक्की जिले के मूल निवासी योहन्नान ने कहा कि हमलावर वाहनों में आए और सड़कों पर नागरिकों पर गोलियां बरसा दीं। उन्होंने कहा, “यहूदी शुक्रवार शाम से सिमचट तोरा (एक यहूदी अवकाश) और सब्बाथ (धार्मिक पालन का दिन) पर्व मना रहे हैं। केवल कुछ ही लोग बाहर थे।” उन्होंने बताया कि देश में भारतीय समुदाय “अब तक सुरक्षित है।”