सभी ट्रैफिक गार्ड के सार्जेंट को ई-चालान मशीन देकर किया जा रहा प्रशिक्षित
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की ओर से पिछले साल ई-चालान सिस्टम की शुरुआत की गयी थी। फिलहाल शहर के जोड़ाबागान, हावड़ा ब्रिज, हेडक्वार्टर्स और साउथ ट्रैफिक गार्ड के पुलिस कर्मी ई-चालान सिस्टम का उपयोग करते हैं। भले ही ट्रैफिक ई-कोर्ट की स्थापना में कुछ और समय लगेगा, लेकिन लालबाजार ने सभी 25 ट्रैफिक गार्डों के अधिकारियों को ई-चालान मशीन सौंपने का फैसला किया है। ऐसा निर्णय यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि नया सिस्टम लागू होने के बाद प्रत्येक अधिकारी ई-चालान प्रक्रिया को संभालने के लिए तैयार रहें। कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में, हम सेंट्रल कोलकाता में चार ट्रैफिक गार्ड और आंशिक रूप से दूसरे गार्ड में ई-चालान जारी करते हैं। अब से प्रत्येक अधिकारी को इस मशीन के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा। ज्वाइंट सीपी (ट्रैफिक) रूपेश कुमार इसे लेकर जल्द से जल्द एक रोडमैप तैयार कर सकते हैं।
स्पॉट फाइन लेने से शुरू होगा ई-चालान का प्रशिक्षण
स्पॉट फाइन भरने के इच्छुक लोगों के लिए अधिकारियों को शुरू में कुछ घंटों के लिए मशीन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिसके बाद अधिकारियों से अपनी प्रतिक्रिया लालबाजार भेजने को कहा जाएगा। हालांकि, इस सप्ताह के अंत में ई-चालान बैठक केवल प्रशिक्षण का विस्तार करने से परे थी। वरिष्ठ अधिकारी और थाना प्रभारियों ने निर्माताओं और अन्य हितधारकों से मुलाकात की। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण रूप से कार्यान्वयन एजेंसी राष्ट्रीय सूचना केंद्र ने कई अन्य परिवर्तनों का प्रस्ताव दिया। इसमें बेहतर कनेक्टिविटी, रात में सुविधाओं में बेहतर जूमिंग और यह सुनिश्चित करना शामिल है कि जुर्माना भरने के लिए सभी प्रकार के ई-वॉलेट का उपयोग किया जा सकता है।
शहर के अतिरिक्त क्षेत्रों में भी ई-चालान का ट्रायल
लालबाजार के सूत्रों ने पुष्टि की कि शहर के अतिरिक्त क्षेत्रों में भी ई-चालान का ट्रायल होगा। इसके तहत सभी तकनीकी मुद्दों को हल किया जा रहा है। एक अधिकारी ने कहा, हम ट्रैफिक विभाग में हैं जहां प्रौद्योगिकी की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए। पुलिस ने समझाया कि मामले तीन अलग-अलग तरीकों से किया जाएगा – पहला- वाहनों को रोककर; दूसरा, वाहन को रोके बिना लेकिन वाहन नंबर और उल्लंघन के विवरण को नोट करके और तीसरा- वर्चुअली दस्तावेजों को जब्त करके। यहां उल्लेखनीय है कि पिछले साल ई-चालान सिस्टम 4 ट्रैफिक गार्ड में चालू करने के बाद कुछ तकनीकी दिक्कतें सामने आयी थीं। इनमें सर्वर का लिंक डाउन होना शामिल था क्योंकि यह सेंट्रल प्रोजेक्ट था इसलिए इस सिस्टम के लिए लालबाजार को एनआईसी से शिकायत करनी पड़ती है। इन दिनों तकनीकी दिक्कतों को दूर कर लिया गया है। लालबाजार के अधिकारियों का मानना है कि सभी अधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के सभी ट्रैफिक गार्ड में ई-चालान सिस्टम को लागू कर दिया जाएगा।
जल्द ही शहर के सभी 25 ट्रैफिक गार्ड जारी करेंगे e-challan
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