कोलकाता : देश के सबसे बड़े महोत्सव दिवाली और काली पूजा काे महज 3 दिन ही बाकी हैं। इस बार दिवाली की रात आसमान रंगीन होने को तैयार है। इस बार दिवाली पर लोग बिना किसी डर के क्यूआर कोड देखकर ग्रीन पटाखों की खरीदारी कर रहे हैं। दरअसल कोलकाता पुलिस की ओर से कोलकाता के शहीद मीनार के मैदान में लगे पटाखों के स्टॉलों पर लाेगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग प्रदूषण का ध्यान रखते हुए ही पटाखों की खरीदारी कर रही है। इनमें लगे क्यूआर कोड के जरिये ही यह क्रय व बिक्रय हो रहा है। इस दौरान पटाखों के व्यापार में लगातार हो रही वृद्धि से व्यवसाइयों में भी खुशी की लहर है। देश में पारंपरिक और तेजी से बढ़ते पटाखा उद्योग में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है। महामारी से सीखे गए सबक के साथ, लोग पर्यावरण के प्रति तेजी से जागरूक हो रहे हैं और पारंपरिक आतिशबाजी के स्थायी विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। पर्यावरण-अनुकूल पटाखों की ओर यह बदलाव सही दिशा में एक उत्साहजनक कदम है।
यहां से पटाखा लेना सुरक्षित
इस बीच शहीद मीनार में स्टॉल लगाये पटाखा विक्रेता अशोक साहा और स्टॉल नंबर 102 के पटाखा विक्रेता एस. के. राजा ने बताया कि शुक्रवार को 3 साल के लंबे अंतराल के बाद फिर से बाजीबाजार का उद्घाटन किया गया। यहां पर लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। बुधवार की सुबह से ही विभिन्न स्टॉलों पर भारी भीड़ देखने को मिली। लोग ग्रीन पटाखों पर मौजूद क्यूआर कोड को देखकर ही अपने पटाखे खरीद रहे हैं। इससे वे सुरक्षित पटाखे खरीद पा रहे हैं। बड़ाबाजार के पवन पाटोदिया अपने बच्चों के साथ बाजीबाजार में पहुंचे थे। उन्होंने यहां से पटाखा खरीदने का कारण बताया कि हर साल पुलिस का डर रहता है लेकिन यहां से पर्ची के साथ पटाखे खरीदने पर कम से कम पुलिस तो नहीं पकड़ेगी। रीना सिंह ने कहा कि यहां से पटाखा लेना सुरक्षित है।