कोलकाता में डेंगू का डंक | Sanmarg

कोलकाता में डेंगू का डंक

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केएमसी ने की राज्य स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक
सरकारी अस्पतालों से लेकर खाली पड़ी जमीनों पर निगम की नजर
144 वार्डों में निगम के स्वास्थ्य कर्मी करेंगे सर्वे
दूसरी बार डेंगू की जांच के लिए किया जायेगा आईजीजी और आईजीएम टेस्ट
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर में बढ़ रहे डेंगू के मामले काे लेकर कोलकाता नगर निगम की ओर से लगातार अभियान चलाने के साथ ही बैठक की जा रही है। इसी के तहत मंगलवार को भी डिप्टी मेयर अतिन घोष ने स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के साथ बैठक की। इस दौरान डेंगू की रोकथाम के साथ ही सरकारी अस्पतालों में साफ-सफाई और दूसरी बार डेंगू की जांच के लिए आईजीजी और आईजीएम टेस्ट करने का निर्णय लिया गया। डिप्टी मेयर अतिन घोष ने बताया कि डेंगू को लेकर सबसे बड़ी समस्या खाली पड़ी जमीनें हैं। आगामी दिनों में केएमडीए अधिकारियाें के साथ इन्हें काम पर लगाने को लेकर बैठक की जायेगी, साथ ही राज्य सरकार और केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले जितने भी प्रतिष्ठान हैं उनमें फैली गंदगी काे लेकर भी निगम की निगरानी होगी और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई की जायेगी। कोलकाता पुलिस के अधिकारियों के आवासों पर भी निगम की ओर से नोटिस भेजी जायेगी ताकि वहां कोई गंदगी ना फैलाये।
किया जायेगा आईजीजी और आईजीएम टेस्ट
बारिश के साथ ही महानगर में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से अस्पतालों में भर्ती होने वाले डेंगू रोगियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। पूरे राज्यभर में डेंगू के लगभग 5 हजार मामले दर्ज किये गये। वहीं अस्पतालों में प्रतिदिन ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनके प्लेटलेट्स कम मिल रहे हैं। इसे देखते हुए केएमसी की ओर से दूसरी बार डेंगू से पीड़ित मरीजों की जांच के लिए आईजीजी और आईजीएम टेस्ट करना अनिवार्य किया गया, ताकि जांच के बाद उचित समय पर उनका इलाज किया जा सके।
सरकारी अस्पातलों से लेकर खाली पड़ी जमीनों पर निगम की नजर
इन दिन केएमसी की ओर से राज्य स्वास्थ विभाग को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की स्थिति को लेकर तस्वीर के साथ रिपोर्ट सौंपी गयी है। वहीं खाली पड़ी जमीनों में फैल रही गंदगी को लेकर भी अतिन घोष ने कहा कि आगामी दिनों में केएमडीए के साथ इन जमीनों को लेकर भी बैठक की जायेगी। उन्होंने बताया कि कोलकाता में कुल 5 हजार खाली पड़ी जमीने हैं जिसमें 50 प्रतिशत जमीनें सरकारी हैं।
उत्तर कोलकाता समेत बड़ाबाजार के गोदाम व कारखाने हैं चिंता का विषय
अतिन घोष ने बताया कि उत्तर कोलकाता के वार्ड नम्बर 1, 6 और बड़ाबाजार के कई इलाकों में कारखाने और गोदामों की संख्या अधिक है, जहां गंदगी भी रहती है। इस कारण ये स्थान केएमसी के लिये चिंता का विषय हैं। ऐसी जगहों पर भी निगम की ओर से अभियान चलाया जायेगा।
घर-घर जाकर बुखार की जांच करेंगे निगम कर्मी
डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए केएमसी ने अपने अभियान के तहत प्रयास तेज कर दिए हैं। इस अभियान के तहत निगम के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सभी वार्डों में घूम-घूमकर सर्वे कर रोगियों की जानकारी एकत्रित करेंगे। इस संबंध में डिप्टी मेयर अतिन घोष ने कहा कि निगम के कर्मचारी घर-घर जाकर रोगियों की जांच करेंगे। साथ ही पता करेंगे की उक्त व्यक्ति को बुखार कब से है और उन्हें क्या-क्या परेशानी है। अगर स्थिति ज्यादा खराब होगी तो उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी जायेगी। मालूम हो कि गंदगी फैलाने के लिए निगम की ओर से 6 हजार लोगों को नोटिस भेजी गयी है, वहीं 90 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

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