यूएस के लिए विजा फॉर इंटरव्यू की समय सीमा घटकर अब 125 दिन | Sanmarg

यूएस के लिए विजा फॉर इंटरव्यू की समय सीमा घटकर अब 125 दिन

कोलकाता : यूएस जाने की तैयारी करने वालों के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें विजा पिछले दिनों की तुलना में जल्दी मिल रहा है। इस बारे में कोलकाता में अमेरिकी कांसुल जनरल मेलिंडा पावेक ने बताया कि पहले की तुलना में अब वेटिंग टाइम धीरे-धीरे कम हुआ है। 2022 में वेटिंग टाइम विजा फॉर इंटरव्यू का 1000 दिन का था। 2023 में वेटिंग टाइम 500 दिन का रहा। 6 महीने पहले जहां वेटिंग 300 दिन था जो कि लगभग एक साल का वेटिंग टाइम होता था, इसमें अब सुधार हुआ है। अब यह 125 दिन हो गया है। इस बारे में कांसुल जनरल ने कहा कि कोविड के बाद हमने काफी सुधार किया है। इनमें जिनका विजा 4 साल के भीतर एक्सापयर हुआ है, उन्हें विजा प्रोसेसिंग सेंटर में भेजा जा रहा है जहां वे अपना पेपर जमा करा सकते हैं। इसके अलावा कहीं भी आपका अप्वाइंटमेंट मिला हो, लेकिन आप अपने करीबी विजा सेंटर में पेपर जमा कर सकते हैं। हैदराबाद में भी हमारा विजा सेंटर खुला है।

रिटायरमेंट के बाद कोलकाता आना तय है : मेलिंडा पावेक को महानगर इतना अधिक पसंद आया है कि वह रिटायरमेंट के बाद यहां आने की सोच रही है। उनका कहना है कि जब मैं अपने काम से फ्री हो जाऊंगी। तब यहां जरूर आऊंगी। वह फिलहाल अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद अमेरिका लौटने के लिए तैयार हैं। पावेक 12 अगस्त, 2021 को कोलकाता पहुंची थीं और अगले महीने अगस्त में लौटने वाली हैं। कोलकाता का हर एक चीज उन्हें बेहद पंसद आया है। एक तो यहां के भोजन और दूसरा यहां का कल्चर। यहां की दुर्गापूजा को लेकर वे बेहद उत्सुक दिखीं। उनका कहना है कि कोविड के दौरान पंडालों में जाना ठीक से नहीं हो पाया था लेकिन इसके बाद के साल में दुर्गा पूजा खुब इंज्वाय किया। 10 दिनों में 100 पंडालों में भ्रमण किया था।

जलेबी, रोल, पुचका, बिरियानी और मिस्टी दोई है बेहद पसंद : कोलकाता के फूड की तारीफ करते हुए कहा कि मैंने यहां के व्यंजनों का खूब लुत्फ उठाया है। मुझे इंडियन- चाइ​​निज , कॉन्टिनेंटल खाने पसंद आये। कोलकाता की खास जलेबी, रोल, पुचका और बिरियानी बेहद अच्छा लगा। रसगुल्ला और मिस्टी दोई को वे वहां मिस करने वाली हैं।

रूस और यूक्रेन और इजराइल – गाजा युद्ध पर की खुल कर बात : यूएस कांसुल जनरल ने कहा कि चाहे भारत हो या यूएस दोनों ही देशों में लोकतंत्र है, यही कारण है कि दोनों देश एक दूसरे के इतने करीबी है। हम लोकतंत्र में यकीन करते हैं। वहीं रूस और यूक्रेन या फिर इजराइल व गाजा की बात करे तो इन स्थानों पर एक देश दूसरे देश पर आक्रमण कर रहा है। यूक्रेन में लोकतंत्र की स्थापना की गयी है और रूस उस देश की डेमोक्रेसी पर आक्रमण कर रहा है। सभी का कहना है यूक्रेन को झुक जाना चाहिए लेकिन इसके बाद वहां के लोग कहां जाएंगे।

हमें इस बारे में सोचना चाहिए क्योंकि ऐसे में तो कोई भी किसी पर आक्रमण कर सकता है। हमें रूस को कहना चाहिए कि अब बस करो। यही हाल इजराइल के मामले में हुआ है, यहां पर गाजा ने इजराइल पर आक्रमण किया है। हमें इन मुद्दों पर शांति से सोचना होगा। हम सभी लोकतांत्रिक देशों को आगे आना चाहिए और सभी क्षेत्रों के लोगों के मानवाधिकार की रक्षा की बात कहनी चाहिए। बाइडेन की सरकार ने सभी पार्टियों से बात की है और उन्हें युद्ध समाप्त करने की अपील की है।

बंगाल में निवेश का अच्छा अवसर

ग्लोबल सप्लाई चेन को यहां शिफ्ट करने की जरूरत है। यह इलाका कृषि क्षेत्र के लिए बेहतरीन स्थान है। यूएस की कंपनी ने यहां निवेश किया है। यहां पर आलू की अच्छी खेती होती है। इसलिए यहां पर चिप्स की इंडस्ट्री के लिए अच्छा अवसर है। नार्थ ईस्ट में ड्रैगन फ्रूट्स व कीवी की खेती होती है। यूएस की कंपनियां यहां की कंपनियों के साथ टाई अप करे तो ग्लोबल स्तर पर इन्हें मार्केट मिल जाएगा। इसलिए काफी अच्छा अवसर है। जूट को लेकर भी अच्छा स्कोप है जहां पर निवेश किया जा सकता है। इससे प्लास्टिक को रिप्लेस किया जा सकता है। बांस से बने सामानों को भी ग्लोबल स्तर पर लाया जा सकता है। हेल्थ केयर सेक्टर में भी अच्छा स्कोप है।

बेहद उत्सुक दिखीं

कोलकाता का हर एक चीज बेहद पंसद आया है। एक तो यहां के भोजन और दूसरा यहां का कल्चर। यहां की दुर्गापूजा को लेकर वे बेहद उत्सुक दिखीं। उनका कहना है कि कोविड के दौरान पंडालों में जाना ठीक से नहीं हो पाया था लेकिन इसके बाद के साल में दुर्गा पूजा खुब इंज्वाय किया।

 

 

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