हिंसा की घटनाओं से आयोग ने झाड़ा पल्ला | Sanmarg

हिंसा की घटनाओं से आयोग ने झाड़ा पल्ला

कहा : कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की थी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पंचायत चुनाव के दिन राज्य के छह जिलों में हिंसा की घटनाओं में दर्जनों लोगों की मौत हुई लेकिन राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने कहा कि मतदान के दिन राज्य में केवल तीन लोगों की मौत हुई है। हिंसा की घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी राज्य पुलिस के कंधे पर डालते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी राज्य पुलिस की है। पुलिस हिंसा की घटनाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करेगी, जबकि चुनाव आयोग का कार्य मतदान प्रक्रिया के प्रबंधन का है। आयोग का कंट्रोल रूम 24 घंटे, सातों दिन काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि “कौन किसे गोली मारेगा इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता, लेकिन व्यवस्था की दृष्टि से मैं कह सकता हूं कि हमने सभी उपाय किए हैं ताकि मतदाता मतदान कर सकें।” उन्होंने कहा कि शनिवार को चुनाव के दिन करीब 1300 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से 600 शिकायतों का निपटारा किया गया। वहीं चुनाव शांतिपूर्ण हुए या नहीं इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कहना संभव नहीं कि सब कुछ शांतिपूर्ण हुआ, न ही यह कहा जा सकता है कि सब जगह अशांति हुई। निर्वाचन आयुक्त ने स्वीकार किया कि तीन-चार जिलों में हिंसा की घटनाएं ज्यादा घटीं। उन्होंने कहा कि ”तीन-चार जिलों में ज्यादा हिंसा हुई है। दो 24 परगना, कूचबिहार के दिनहाटा और मुर्शिदाबाद में हिंसा की घटनाएं सामने आईं। वहीं पुनर्मतदान के सवाल पर राजीव सिन्हा ने आश्वासन दिया कि जरूरत पड़ने पर किसी भी बूथ पर दोबारा चुनाव कराये जा सकते हैं। उन्होंने कहा, जिन जिलों से शिकायतें सामने आई हैं, स्क्रूटनी के दौरान शिकायतों की सत्यता की जांच की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर पुनर्मतदान कराए जाएंगे। वहीं हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद राज्य के कई मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल की तैनाती नहीं किए जाने के आरोप पर चुनाव आयुक्त ने कहा कि शेष 485 कंपनियां जो शुक्रवार की रात को पहुंचीं, अगर आयोग द्वारा दिए गए 25 तारीख के रिमाइंडर लेटर के बाद ही भेज दी जाती तो फोर्स की तैनाती में दिक्कतें नहीं आतीं। हालंकि उन्होंने चुनाव आयोग और केंद्रीय गृह मंत्रालय के बीच समन्वय की कमी की बात को नकारते हुए कहा कि सीएपीएफ की तैनाती को लेकर बीएसएफ आईजी के साथ हुई बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि बंगाल पहुंचे सभी केंद्रीय बल की कंपनियों को पोलिंग बूथ पर तैनात किया गया था।

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