अयोध्या: तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन के बेटे के विवादित बयान पर घमासान जारी है। अयोध्या के एक संत ने सोमवार (04 सितंबर) को उदयनिधि का पुतला जलाया और उसकी सिर कलम करने की धमकी दी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एस के स्टालिन के बेटे द्वारा सनातन धर्म पर किए गए विवादित बयान को लेकर सियासत जारी है। डीएमके पार्टी के नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान के विरोध में यूपी के अयोध्या में पुतला जलाया गया। इसके बाद उदयनिधि के सिर कलम करने की धमकी दी गई। अयोध्या के तपस्वी छावनी के संत जगत गुरु परमहंस आचार्य ने उदयनिधि का पुतला दहन किया और सिर कलम करने वालों को इनाम देने की बात कही।
सिर कलम करने वालों को इनाम देने की बात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक परमहंस आचार्य ने कहा जो व्यक्ति उदयनिधि का सिर कलम करके लाएगा, उसे 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। उदयनिधि के द्वारा सनातन धर्म को मच्छर, डेंगू, मलेरिया और कोरोना की तरह देश से समाप्त करने की बात से मैं आहत हुआ हूं। अगर, कोई उसका सिर नहीं लाया तो मैं खुद उसका सिर कलम करूंगा। इसके लिए मैंने तलवार तैयार कर ली है। मैं स्वयं रवाना होने वाला हूं और उसका सिर काटूंगा।
‘लाखों वर्ष पहले से है सनातन धर्म’
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म लाखों साल पहले से है। सनातन धर्म का न कोई आदि है और न ही कोई अंत है। यह ना कभी मिटा है न मिटेगा। इसे कोई मिटाने की कोशिश करेगा तो वह खुद ही मिट जाएगा।
‘सनातन धर्म मानवतावादी है’
जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि वह जानते हैं कि सनातन धर्म मानवतावादी है, अहिंसा वादी है। उन्होंने कहा कि हां हम मानवतावादी हैं, लेकिन हम राक्षसों का वध भी करते हैं। उदयनिधि राक्षस बन चुका है। उसका वध मेरे हाथों से ही होगा।
उदयनिधि ने क्या कहा था?
बता दें कि बीते दिनों पहले तमिलनाडु सरकार में खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की। चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातनम (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है। सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।