

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एल. कुमार ने जानकारी दी है कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के अंतर्गत चल रहा गणना चरण 18 दिसंबर 2025 को समाप्त होगा। यह प्रक्रिया द्वीपसमूह में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है।
मतदान केंद्र स्तर पर बूथ लेवल ऑफिसरों (बीएलओ) द्वारा बूथ लेवल एजेंटों (बीएलए) के साथ बैठकें आयोजित की गई हैं। इन बैठकों का उद्देश्य मतदान केंद्रों के लिए असंग्रहणीय गणना प्रपत्रों की सूची का सत्यापन सुनिश्चित करना है। जिन मतदान केंद्रों पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा बीएलए नियुक्त नहीं किए गए हैं, वहां यह सूची सार्वजनिक सत्यापन के लिए मतदान केंद्रों पर प्रदर्शित की जा रही है।
असंग्रहणीय सूची में विभिन्न श्रेणियों के मतदाता शामिल हैं। इनमें मृतक, अनुपलब्ध या अनुपस्थित, स्थायी रूप से स्थानांतरित, पहले से नामांकित और अन्य श्रेणियों के मतदाता शामिल हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी मतदाताओं का नाम अपडेटेड और सटीक हो, ताकि किसी भी योग्य व्यक्ति का नाम आगामी चुनाव में छूट न पाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बीएलओ-बीएलए बैठकों का पूरा विवरण, फोटोग्राफ और असंग्रहणीय सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट और संबंधित जिला प्रशासन की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं से अपील की है कि वे सूची का सत्यापन समय पर करें।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी पात्र व्यक्ति को यदि अपनी जानकारी में कोई त्रुटि नजर आए, तो वह 18 दिसंबर 2025 से पहले संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि 23 दिसंबर 2025 को प्रकाशित होने वाली प्रारूप मतदाता सूची में उनका नाम शामिल हो।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जोर देकर कहा कि यह प्रक्रिया पारदर्शिता और सटीकता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। उनका कहना था कि मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण सुनिश्चित करता है कि हर योग्य नागरिक का अधिकार सुरक्षित रहे और किसी प्रकार की अनियमितता या त्रुटि नहीं हो।
इस पुनरीक्षण के दौरान मतदान केंद्रों और बूथ स्तर पर चल रही बैठकें, सत्यापन प्रक्रिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध जानकारी से मतदाताओं को सक्रिय रूप से जुड़ने का अवसर मिला है। इससे न केवल सूची की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि आने वाले चुनाव में सटीक और भरोसेमंद मतदाता डेटा सुनिश्चित होगा।
इस तरह, 18 दिसंबर को गणना चरण के समाप्त होने के बाद अंतिम सत्यापन के आधार पर प्रारूप मतदाता सूची को 23 दिसंबर 2025 को प्रकाशित किया जाएगा। यह प्रक्रिया चुनावी तैयारी को और भी पारदर्शी और व्यवस्थित बनाएगी।