‘अपराजिता’ सुतीर्था – अहिका ने लहराया तिरंगा | Sanmarg

‘अपराजिता’ सुतीर्था – अहिका ने लहराया तिरंगा

होंगझोउ: इस बार एशियन गेम्स 2023 में भारत की महिला खिलाड़ियों ने टेबल टेनिस में बेहतरीन खेल दिखाया है। 2 अक्टूबर (सोमवार) को भारतीय विमेंस टेबल टेनिस टीम ने पहली बार मेडल जीता। टीम की खिलाड़ी अहिका मुखर्जी और सुतीर्था मुखर्जी ने विमेंस टेबल टेनिस के डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता। टेबल टेनिस के इस इवेंट में भारत का यह पहला मेडल है। बता दें कि सुतीर्था पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं।

सेमीफाइनल में अहिका और सुतीर्था मैच हार गई। इस मैच में भारतीय टीम का मुकाबला नॉर्थ कोरिया की सुयोंग चा और सुगयोंग पाक से था। नॉर्थ कोरिया की टीम ने बेहतरीन खेलते हुए भारतीय टीम को हरा दिया। सुतीर्था-अहिका को 3-4 से हार के बाद ब्रॉन्ज मेडल ही मिल सका। भारत को इन दोनों से गोल्ड की उम्मीद थी। लेकिन यह संभव नहीं हो सका। अहिका और सुतीर्था के कीरण भारत को पहली बार एशियन गेम्स के विमेंस टेबल टेनिस के डबल्स में मेडल मिला है।

6 सेट तक दोनों टीमों के थे 3-3 प्वाइंट

खेल शुरू होने के बाद पहले भारत ने 11-7 से जीत लिया था, लेकिन उत्तर कोरिया की टीम ने बेहतर खेल दिखाया। मैच के 6 सेट पूरे होने तक दोनों ही टीमों के पास 3-3 प्वाइंट थे। जबकि फाइनल सेट में भारतीय जोड़ी 11-2 से पिछड़ गई और उसके बाद टीम इंडिया हार गई।

बता दें कि टेबल टेनिस में भारत को इससे पहले भी मेडल मिले थे। लेकिन विमेंस डबल में टीम इंडिया सेमिफाइनल तक पहुंची। हार की वजह से टीम को ब्रॉन्ज मेडल से संतुष्ट होना पड़ा। एशियन गेम्स 2018 में मेंस टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर यह कारनामा किया था। वहीं 2018 में ही शरथ और मनिका बत्रा ने मिक्स्ड डबल्स में ब्रॉन्ज अपने नाम किया है।

कौन हैं सुतीर्था मुखर्जी ?

पश्चिम बंगाल की रहने वाली सुतीर्था मुखर्जी का जन्म 10 अक्टूबर 1995 को नैहाटी शहर में हुआ। साल 2015 में उन पर उम्र में धोखाधड़ी के आरोप में दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था। टोक्यो 2020 में सुतीर्था मुखर्जी ने एशियन क्वालीफायर में पहली बार ओलंपिक में जगह बनाई।

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