बच्चों को योग से जोड़ने का है लक्ष्य, देश को दिलाने हैं और पदक
बैरकपुर : आर्थिक तंगी और पारिवारिक जिम्मेदारियों से जूझते हुए भी कड़ी मेहनत से सफलता पायी जा सकती है, ऐसा कर दिखाया है बैरकपुर के रोशन सिंह ने। गत दिनों थाईलैंड के बैंकॉक में हुए एशिया पेसिफिक योगा स्पोर्ट्स चैंपियनशिप-2023 में 14 देशों के प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़कर रोशन ने पहला स्थान हासिल कर देश को गोल्ड पदक दिलाया है। उन्होंने 30 से 40 तक की उम्र की कैटगरी में हिस्सा लिया था। बैरकपुर पालिका के 12 नंबर वार्ड केएल रोड निवासी रोशन के लिए यह सफर आसान नहीं रहा। पिता रिक्शा चलाते हैं जबकि रोशन एक दवा दुकान में काम करते हैं। उनके परिवार में माता-पिता, भाई-भाभी, पत्नी और बेटी हैं अतः परिवार की सारी जिम्मेदारियों को संभालने के बावजूद रोेशन योग से दूर नहीं हो पाये और इस ओर प्रयास करते रहे। बैरकपुर के स्वास्तिक अष्टांग अकादमी से जुड़े रोशन के योग शिक्षक सुदीप्त दास ने बताया कि रोशन ने पहले क्लब फिर जिला, राज्य और फिर देश के लिए प्रतिनिधित्व कर यह सफलता पाकर हमेें गौरवान्वित किया है। थाईलैंड जाने के लिए रुपये नहीं होने पर यह सफर संभवतः रुक ही जाता मगर छात्र-छात्राओं व कुछ लोगों की आर्थिक मदद से वह प्रतियोगिता में पहुंचा और झंडे गाड़ दिये। भारत की देन योग को आज पूरे विश्व में अपनाया गया है। रोशन का कहना है कि वह आगे भी देश के लिए खेल में शामिल होना चाहता है साथ ही बच्चों को योग से जोड़ने के लिए योग सेंटर चलाने का भी सपना रखता है। इसके लिए आर्थिक परेशानी तो अभी भी रोड़ा है मगर अपने सफर पर उसका प्रयास जारी है। बैरकपुर के विधायक राज चक्रवर्ती ने कहा कि रोशन ने सच में कमाल कर दिखाया है। मैं उसे अपनी ओर से बहुत सारी शुभकामनाएं देता हूं। मेरी कोशिश होगी कि उसे आगे बढ़ने में अपनी ओर से हर संभव मदद कर सकूं।