पटना: बिहार में एक-एक करके कई पुल जल समाधि ले रहे हैं। आज बुधवार(04 जुलाई) को राज्य के दो जिलों सीवान और छपरा में एक ही दिन में पांच पुल ध्वस्त हो गए। ऐसा लगता है कि पुल-पुलिया गिरने का मौसम चल रहा है। लगातार पुल गिरने की इन घटनाओं को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका डाली गई है। एडवोकेट ब्रजेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दाखिल कर राज्य में मौजूद और हाल के वर्षों में हुए छोटे बड़े पुलों के सरकारी निर्माण का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश देने की गुहार लगाई है। इसके अलावा पुल सहित सरकारी निर्माण की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए एक समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एक नीति और उसके परिपालन के लिए गाइड लाइन तैयार करने का आदेश देने की भी गुहार लगाई गई है।
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12 पुलों के ढहने और बहने का जिक्र
याचिका में पिछले दो सालों में दो बड़े पुलों और छोटे, मझोले कई पुलों के निर्माणाधीन या बनने के फौरन बाद गिरने, ढहने और बहने की घटनाओं का जिक्र किया गया हैं। याचिका में कहा गया है कि बिहार बाढ़ प्रभावित राज्य है, यहां 68,800 वर्ग किलोमीटर यानी 73.6 फीसद भू-भाग भीषण बाढ़ की चपेट में आता है। याचिका में पिछले दो सालों में 12 पुलों के ढहने बहने की घटनाओं का हवाला दिया गया है। इसके साथ ही याचिका में बिहार सरकार, केंद्रीय सड़क परिवहन और उच्च पथ मंत्रालय, हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, पथ निर्माण और परिवहन मंत्रालय, पुल निर्माण निगम सहित कुल 6 पक्षकार बनाए गए हैं।
कल सारण जिले में गिरे थे दो पुल
बता दें कि कल भी इसी तरह की घटना सारण जिले में हुई थी। यहां आज एक ही दिन में दो पुल गिर गए। दोनों पुल एक ही इलाके में एक दूसरे से बमुश्किल 1 किलोमीटर की दूरी पर थे। पहला पुल जनता बाजार थाना क्षेत्र के ढोढ़ नाथ मंदिर के पास गंडक नदी पर स्थित था, जो पानी का तेज बहाव नहीं झेल सका। नदी की तेज धार में पुल का एक पिलर बह गया। इस पुल का निर्माण 2004 में तत्कालीन विधायक धूमल सिंह की अनुशंसा पर कराया गया था।
वहीं दूसरा पुल इस पुल से बमुश्किल 1 किलोमीटर पर स्थित था. यह पुल भी गंडक नदी पर ही था. ग्रामीणों के अनुसार, इस पुल का निर्माण अंग्रेजी शासन में हुआ था। इसकी उम्र लगभग 100 वर्ष से भी ज्यादा बताई जा रही है। यह पुल भी मानसून की पहली जोरदार बारिश से नदी में हो रहे तेज बहाव को नहीं झेल सका और नदी में समा गया। इसके गिर जाने से पुल के दोनों ओर बसे गांव से लोगों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि अच्छी बारिश हुई है। जो पुल गिरा है, वो 1982 का है। उस समय कांग्रेस की सरकार थी। फिर आरजेडी की सरकार थी। पुल गिरने के मामलों पर सीएम नजर रखे हुए हैं। सारे पुलों के रखरखाव पर सरकार की नजर है। जो भी दोषी पाए जाएंगे, एक्शन लिया जाएगा।