कोलकाता : वॉटगंज के हेमचंद्र स्ट्रीट में महिला की हत्या कर शव को टुकड़ों में काटकर फेंकने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अभियुक्त शुद्ध निलांजन सर्खेल ने अपने भाई की पत्नी की हत्या करने के बाद घर में हवन किया था। ऐसे में जांच अधिकारियों को लग रहा है कि अभियुक्त ने तंत्र साधना की थी। पुलिस के अनुसार शुक्रवार की रात महिला के शरीर के बाकी हिस्से को चटकल घाट से बरामद किया गया। वहां पर घाट की झाड़ियों से एक काले रंग की प्लास्टिक से महिला के पेट के हिस्से और एक बोरे से महिला के दोनों हाथ, छाई, मिट्टी, कलसी एवं हवन में इस्तेमाल होने वाले बर्तन सहित अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि पेशे से पुरोहित शुद्ध निलांजन सर्खेल ने तंत्र साधना के लिए महिला की हत्या की थी।
अभी तक नहीं मिली अंगूलियां
अभी तक महिला के दोनों की हथेली और पैर के अंगूलियां नहीं मिल पायी है। ऐसे में पुलिस अभियुक्त से पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि उसने शरीर के उक्त हिस्से को कहां फेंका है।
पुलिस के अनुसार जांच में पता चला है कि मृत दुर्गा के पति धनधारी की नौकरी कुछ साल पहले चली गयी थी। नौकरी जाने के बाद वह काफी शराब पीने लगा था। उसके नशे की लत छुपड़ाने के लिए अभियुक्त निलांजन ने उसे रिहैब में भर्ती कराया था। हालांकि दुर्गा को उसने इसकी जानकारी नहीं दी थी। जब भी दुर्गा उससे अपने पति के बारे में पूछती तो अभियुक्त कहता कि वह ठीक है। इस बीच पुलिस को पता चला कि दुर्गा का पति रविवार को रिहैब से भागकर पहले अपने ससुराल पहुंचा था। सोमवार को अपने घर पहुंचा और भाई के पॉकेट से 5 हजार रुपये चुराने के बाद वापस ससुराल चला आया। इस बीच दुर्गा और निलांजन में झगड़ा होने पर वह रुपये लेने के लिए अपेन मायके पहुंची।पति से रुपये लेकर रात को जब ससुराल पहुंची तो उसने अपने बेटे के जरिए निलांजन के पास रुपये पहुंचाया था। घटना की रात दुर्गा का बेटा निलांजन के कमरे में सोया हुआ था। हालांकि महिला के बेटे को पता नहीं था कि उसकी मां की हत्या कब हुई थी। फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है।