सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में डेंगू संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग सूत्रों के अनुसार गत 2 दिसंबर तक राज्य में डेंगू संक्रमितों की संख्या 29,522 का आंकड़ा पार गई है। सूत्रों के अनुसार गत एक सप्ताह में राज्य में 1,346 लोगों को डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं। सरकारी अस्पतालों में करीब 23,084 मरीज डेंगू का इलाज करा रहे हैं। वहीं निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या 6,438 है। राज्य में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सितंबर महीने में पाए गए थे। इस दौरान राज्य भर में 7183 लोग डेंगू से संक्रमित हुए थे। डेंगू के सबसे ज्यादा मामला मुर्शिदाबाद जिले में पाए गए हैं। गत महीने के अंत तक जिले में 5,149 लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए। दूसरे नंबर मालदह जिला, जहां 2,333 लोग डेंगू से संक्रमित हैं। उत्तर 24 परगना जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 2,278 है।
राज्य के ग्रामीण अंचलों में बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले
राज्य में डेंगू की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही। महानगर की तुलना में इस वर्ष राज्य के ग्रामीण अंचलों में डेंगू के मामले सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार करीब 60 फिसदी मामले राज्य के ग्रामीण अंचल में पाए गए हैं। वहीं हर सप्ताह करीब डेढ़ हजार लोग डेंगू से प्रभावित हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों को सक्रियता से कार्य किए जाने का निर्देश दिया है।
ठंड बढ़ने के बावजूद जारी है मच्छरों का प्रकोप
पिछले एक पखवाड़े में शुष्क मौसम के चलते डेंगू के मामले लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, हालांकि अक्टूबर के बाद से मामलों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन संक्रमण अभी भी बना हुआ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी मुख्य वजह मौसम की अनियमितता है। अमूमन डेंगू के मामले जुलाई से अक्टूबर महीने के बीच पाए जाते हैं, लेकिन इस बार नवंबर का आधा महीना बीतने के बाद भी डेंगू के मामले थम नहीं रहे हैं। क्योंकि डेंगू का लार्वा हल्के ठंड और गर्म मौसम के बीच पनपता है। डॉक्टरों का मानना है कि बीते कुछ सालों में क्लाइमेट चेंज, तापमान में देर से गिरावट होने, अनियमित बारिश की वजह से डेंगू के संक्रमण काल की अवधि तीन माह से बढ़ गई है। अब यह करीब चार से साढ़े चार माह तक रहने लगा है। वर्तमान में राज्य में मौसम ठंडा गर्म बना हुआ है। दोपहर में धूप और गर्मी के बाद रात में हल्की ठंडक के कारण डेंगू के लार्वा को पनपने का मौका मिल रहा है। हालांकि, कुछ डॉक्टरों का मानना है कि ठंड बढ़ने के साथ डेंगू के मामलों में गिरावट आएगी, लेकिन वर्ष के अंतिम महीने में अगर बारिश होती है तो यह स्थिति जारी रहेगी। ऐसे में लोगों को ऐसी स्थिति में सतर्क रहने की जरूरत है।
राज्य में तेजी से बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले
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