Kolkata Potato Price: हड़ताल खत्म होने के बावजूद आलू की कीमतें बढ़ीं, जानें क्या है वजह | Sanmarg

Kolkata Potato Price: हड़ताल खत्म होने के बावजूद आलू की कीमतें बढ़ीं, जानें क्या है वजह

कोलकाता : चावल, दाल, सरसों तेल में महंगाई की मार को लोग झेल नहीं पा रहे थे वहीं दूसरी ओर आसमान छूती आलू की कीमतों में निरंतर बेतहाशा वृद्धि ने कोढ़ में खाज का काम किया है। कुछ इलाके में तो लोगों की थाली से आलू गायब हो गये हैं। लोग आलू खरीदने से पहले कई बार सोच रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं कि पहले सामान के दाम में 1 रुपये बढ़ने पर कई राजनीतिक पार्टियां आंदोलन करती थीं। अब आंदोलन देखने को नहीं मिल रहा है। आलू की कीमत को कम करने के लिए राज्य के मंत्री बेचाराम मन्ना से लेकर पूरा सरकारी तंत्र मशक्कत कर रहा है। इसके बावजूद आलू का दाम कम हाेने का नाम नहीं ले रहा है। आलू के दूसरे राज्यों में भेजने पर रोक से क्षुब्ध व्यवसायी हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद सरकार से बातचीत के बाद आलू व्यवसायियों ने हड़ताल खत्म कर दी। इसके बावजूद आलू की कीमत में कोई कमी नहीं आई है बल्कि एक सप्ताह में आलू के दाम में 3 रुपये की वृद्धि हो गयी है। पोस्ता बाजार में एक सप्ताह पहले थोक में ज्योति आलू 29 रुपये प्रति किलो और पोखराज आलू 26 रुपये किलो की दर से बिक रही थी। अब यानी गुरुवार को थोक में ज्याेति आलू 31 रुपये और पोखराज आलू 29 रुपये किलो की दर से बेची जा रही है। इसलिए लोगों को महंगाई की मार का सामना करना पड़ रहा है। बाजार के आसपास दो दिनों से आलू की गाड़ियां नहीं आई हैं। यहां के आलू अधिकतर कोलकाता के आस पास के बाजारों नूतन बाजार, जान बाजार, टंडैल बागान सहित अन्य बाजारों में भेजा जाता है। आलू की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर सन्मार्ग की टीम ने पोस्ता बाजार में जाकर आलू के आढ़तियों से बातचीत की।

 

पोस्ता बाजार में यहां से आता है आलू

पोस्ता में आलू आढ़तियों ने यह कहा : आढ़तिया सचिन वर्मा ने कहा कि आलू की कीमत जिले से कोल्ड स्टाेरेज पर निर्भर करती है। आलू की कीमत वहां बढ़ने से स्वाभाविक तौर पर पोस्ता में आलू की कीमतों में वृद्धि हो रही है। आलू की कमी होने से कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है। वहीं उन्होंने कहा कि बाजार में आलू की कीमत में वृद्धि के लिए कुछ दुकानदार भी जिम्मेदार हैं जो एक बोरा आलू खरीदने के बाद बड़ा छोटा करने के बाद बाजार में अधिक लाभ कमाने के चक्कर में आलू बेच रहे हैं। सरकार को उन पर लगाम लगानी चाहिए। आढ़तिये सुरेश प्रसाद ने कहा कि हम लोग कमीशन एजेंट के तौर पर आलू बेचते हैं। उन्होंने महंगाई को लेकर कुछ भी कहने से इनकार किया। वहीं कई अन्य आढ़तियों ने कहा कि इस साल आलू की पैदावार कम होने के कारण आलू की कीमत में उछाल देखने को मिली है। इस साल का नया आलू आने से बाजार में आलू की कीमत स्वाभाविक तौर पर कम जाएगी। पोस्ता बाजार में आलू हुगली जिले के चांपाडांगा, सिंगुर और हावड़ा के उदय नारायणपुर इलाके से मंगवाया जाता है।

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