भोपाल : सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) यानी गरीबों को राशन वितरण करने वाली दुकान के संचालक को 1 रुपये के नमक पैकेट को 5 रुपये में बेचना महंगा पड़ गया। खाद्य विभाग ने दुकान को सस्पेंड कर दिया। दुकान संचालक ने हितग्राहियों से अतिरिक्त पैसे लेने के अलावा दुर्व्यवहार भी किया था। मध्य प्रदेश में चल रहे ‘अन्न उत्सव’ के दौरान राजधानी भोपाल में खाद्य विभाग का अमला शासकीय उचित मूल्य दुकानों का औचक निरीक्षण कर रहा था। बुधवार को तात्या टोपे प्राथमिक सहकारी उप भंडार संस्था द्वारा संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान की जांच की गई। इस दौरान साईबाबा नगर ई-6 अरेरा कॉलोनी स्थित राशन दुकान संचालन में अनियमितताएं पाई गईं।
खाद्य विभाग की टीम ने पाया कि दुकानदार मुकीम चांद एक रुपये में बिकने वाले नमक पैकेट को 5 रुपये में बेच रहा था। इसके साथ ही हितग्राहियों से दुर्व्यवहार भी करता था। शिकायत मिलते ही विभाग के अधिकारियों ने दुकान को सस्पेंड कर दिया।
जिला आपूर्ति नियंत्रक मीना मालाकार ने बताया कि अनियमितताओं के दृष्टिगत तात्या टोपे प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार द्वारा संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान को उपभोक्ताओं की सुविधा की दृष्टि से को अब दूसरी दुकान के साथ अटैच कर दिया गया है। उक्त दुकानों से जुड़े उपभोक्ता अपनी सुविधा अनुसार उक्त दुकानों के अतिरिक्त भी जिले की किसी भी शासकीय उचित मूल्य की दुकान से पोर्टेबिलिटी के माध्यम से राशन प्राप्त कर सकते हैं।
गौरतलब है कि पीडीएस उपभोक्ताओं को वर्तमान में एनएफएसए अंतर्गत अन्त्योदय परिवारों को 35 किलो खाद्यान्न (प्रति परिवार 21 किलो चावल, 14 किलो गेहूं), प्राथमिकता परिवारों को 5 किलो प्रति सदस्य निःशुल्क खाद्यान्न (3 किलो चावल, 2 किलो गेहूं) और अन्त्योदय परिवारों को 1 किलो शक्कर प्रति परिवार 20 रुपये प्रति किलो मिलता है। साथ ही समस्त पात्र परिवारों को प्रति परिवार 1 किलो नमक एक रुपये प्रति किलो की दर से वितरण किया जा रहा है।