जल रहा है मणिपुर, मौत का स्पष्ट आंकड़ा नहीं बता रही है सरकार – ममता | Sanmarg

जल रहा है मणिपुर, मौत का स्पष्ट आंकड़ा नहीं बता रही है सरकार – ममता

सीएम का दावा – मणिपुर हिंसा मानव निर्मित संकट
शाह पर तंज, कहा – बंगाल आने के पहले मणिपुर जाना चाहिए था
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा प्रभावित मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पूर्वोत्तर राज्य में मरने वालों का स्पष्ट आंकड़ा नहीं दे रही है, जहां देखते ही गोली मारने का आदेश लागू है। साेमवार को नवान्न में मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि मणिपुर जल रहा है। सरकार मौत का स्पष्ट आंकड़ा नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि गोलीबारी में कितने लोग मारे गए हैं। सरकार ने सही आंकड़ा नहीं दिया है। मैं यहां राजनीति नहीं लाऊंगी, लेकिन लोग जानना चाहते हैं कि कितने लोगों की जान गई है। उन्होंने कहा कि मैं मणिपुर की स्थिति से काफी चिंतित हूं। देखते ही गोली मारने (के आदेश) से हुई मौतों का स्पष्ट पता नहीं चल रहा है क्योंकि राज्य सरकार कोई सूचना नहीं दे रही है। ममता बनर्जी ने दावा किया कि मणिपुर हिंसा मानव निर्मित संकट है।
बंगाल में कुछ होते ही आ जाती है केंद्रीय टीम, वहां क्यों नहीं
ममता बनर्जी ने स्थिति की समीक्षा के लिए मणिपुर में एक भी प्रतिनिधि नहीं भेजने के लिए भी केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि बंगाल में हर बात पर केंद्रीय टीम भेजी जाती है, वहां क्या टीम गयी ? केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे पर उन्होंने कहा कि बंगाल में उनका स्वागत है, लेकिन बंगाल आने के पहले उन्हें मणिपुर जाना चाहिए था। कर्नाटक चुनाव प्रचार से भी पहले मणिपुर को देखना चाहिए था। राजनीतिक पार्टियां अपने चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। क्या वे अपना एक घंटे का समय भी नहीं दे सकते?
मणिपुर से बंगाल 18 छात्रों को लाया गया
बंगाल सरकार द्वारा हिंसाग्रस्त मणिपुर में फंसे राज्य के 18 छात्रों को सोमवार सुबह वापस कोलकाता लाया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि ये छात्र इंफाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में बीएससी, एमएससी और पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सचिवालय नवान्न में स्थापित कंट्रोल रूम में आपात फोन आने के बाद छात्रों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की गयी। उन्होंने कहा कि छात्रों को राज्य सरकार द्वारा आयोजित एक विशेष उड़ान से वापस लाया गया। विमान सुबह सवा दस बजे कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरा। यात्रा का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया गया। हमारे अधिकारियों ने कोलकाता हवाई अड्डे के विशेष डेस्क पर छात्रों की अगवानी की, वहां से उनके आवास तक की यात्रा की व्यवस्था की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मणिपुर में फंसे राज्य के अन्य लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग के विरोध में आदिवासियों द्वारा मणिपुर के दस पहाड़ी जिलों में प्रदर्शन किए जाने के बाद पिछले बुधवार को हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें कम से कम 54 लोग मारे जा चुके हैं।
कर्नाटक में लोग भाजपा को ना दें वोट
सीएम ने कर्नाटक चुनाव से पहले वहां के लोगों से स्थिरता और विकास के लिए मतदान करने का आग्रह किया, न कि भाजपा के लिए। सीएम ने कहा कि मैं कर्नाटक के भाई बहनों से अपील करूंगी कि भाजपा को वोट न दें। भाजपा बहुत डेंजरर्स है।

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