सन्मार्ग संवाददाता
काेलकाता : राज्य में अशांति की आशंका को देखते हुए तृणमूल सरकार की ओर से द केरला स्टोरी बैन कर दी गयी। इसे लेकर प्रदेश भाजपा नेतृत्व तृणमूल सरकार पर जमकर बरसा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने तृणमूल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है, उनसे ऐसी ही उम्मीद थी। यह सच्ची कहानियों पर आधारित है और दर्शाता है कि कैसे इस्लामियों द्वारा हिन्दू लड़कियों को लव जिहाद में फंसाया जाता है और बाद में उन्हें आईएसआईएस आतंकवादी बनने के लिये भेज दिया जाता है। दीदी वास्तविकता से अपनी आंखें बंद करना चाहती हैं। वह पश्चिम बंगाल के लोगों को इस वास्तविकता से वंचित करना चाहती हैं। पश्चिम बंगाल में लव जिहाद के मामले आम हैं। पश्चिम बंगाल ने हमेशा ही जरूरत के समय देश को दिशा दिखायी है। उनका निर्णय इसके खिलाफ है। इसे बैन कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि पश्चिम बंगाल में आजादी की अभिव्यक्ति नहीं है।’ इसी तरह विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, ‘जहां तक मुझे पता है, द केरला स्टोरी केरल में महिलाओं के धर्मांतरण करवाये जाने पर आधारित है। यह फिल्म दर्शाती है कि किस तरह केरल में महिलाओं का धर्मांतरण करवाया जाता है और उन्हें अफगानिस्तान, येमेन और साइरिया जैसे देशों में आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों के पास भेज दिया जाता है। यह फिल्म आईएसआईएस के खिलाफ है। इस फिल्म को दिखाने से कानून-व्यवस्था राज्य में कैसे बाधित होगी? फिल्म को बैन करने का निर्णय वापस लेना चाहिये अथवा कानून-व्यवस्था नहीं संभाल पाने की स्थिति में सीएम को इस्तीफा देना चाहिये। केरल हाई कोर्ट ने केरल में फिल्म पर स्टे लगाने से इनकार कर दिया।’
द केरला स्टोरी बैन करने को लेकर तृणमूल सरकार पर बरसी भाजपा
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