हावड़ा में ‘एसआईआर के डर‘ से एक और मौत, व्यक्ति ने की ‘आत्महत्या’

मृत व्यक्ति अपने पहचान पत्र में गड़बड़ी को लेकर परेशान था
सांकेतिक तस्वीर
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कोलकाताः पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू होने के दिन एक और व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है। हावड़ा में मंगलवार को एक व्यक्ति ने कथित तौर पर पहचान पत्र में त्रुटियों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा है कि अब तक एसआईआर के डर से सात लोगों की जान जा चुकी है।

सरकारी दस्तावेज में गड़बड़ी से था परेशान

हावड़ा के उलुबेड़िया क्षेत्र का खलिसानी निवासी जाहिर मल (30) सुबह अपने घर में फंदे से लटका मिला। अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिवार ने पुलिस को बताया कि अपने एक सरकारी दस्तावेज में वर्तनी की गलती मिलने के बाद से वह काफी तनाव में था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह पिछले कुछ हफ़्तों में इस गलती को सुधारने के लिए संबंधित स्थानीय कार्यालयों के चक्कर लगा चुका था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

अभिषेक बनर्जी ने मंत्री को भेजा पीड़ित परिवार के घर

पुलिस ने कहा, ‘जहीर को डर था कि इस गलती के कारण एसआईआर प्रक्रिया के दौरान उनकी नागरिकता या मतदाता पात्रता की पुष्टि में जटिलताएं आ सकती हैं।’ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मंत्री पुलक रॉय को शोक संतप्त परिवार से मिलने का निर्देश दिया। रॉय ने बाद में परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया।

मंगलवार को एसआईआर के खिलाफ कोलकाता में ममता बनर्जी द्वारा निकाली गई विरोध रैली के दौरान अभिषेक बनर्जी ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में एक सप्ताह में सात लोगों की मौत एसआईआर की खौफ से हो गई है। इन्हें डर था कि उनके नाम एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे।

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