नई दिल्ली: ‘नेतृत्व विहीन’ नेपाल में पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम मुखिया बनाया जा सकता है। प्रदर्शन कर रहे जेनरेशन-जी यानी युवाओं ने 5 घंटे वर्चुअल बैठक कर उनका नाम तय किया। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में पढ़ीं नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश कार्की की छवि भ्रष्टाचार की सख्त विरोधी की है।
नेपाल में भारी हिंसा और केपी शर्मा ओली के अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद अब अंतरिम सरकार चुनने को लेकर कवायद तेज हो गई है। जिसके बाद नेतृत्व करने के संभावित उम्मीदवारों में पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम चर्चा में है।
खबरों के मुताबिक सुशीला कार्की और नेपाल के आर्मी चीफ के बीच गुरुवार को एक मुलाकात होने जा रही है। ये मुलाकात आर्मी हेडक्वार्टर में ही होने वाली है। वहीं बीते दिन काठमांडू के मेयर बालेन शाह का भी एक पत्र सामने आया था। जिसमें बालेन शाह ने सुशीला कार्की के नाम पर सहमति जताई है।
जानिए नेपाल में अब तक क्या-क्या हुआ
● जेन-जी के प्रदर्शन के बाद पीएम समेत पूरी सरकार का इस्तीफा।
● सेना ने पूरे देश को अपने हाथ में लिया, कर्फ्यू लागू, पर हिंसा जारी।
● अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, 1030 से ज्यादा लोग घायल हैं।
● जेलों से 14000 कैदी फरार हो गए हैं, 5 किशोर कैदियों की मौत।
● नई दिल्ली-काठमांडू बस सेवा बंद।
● 27 उपद्रवी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार और नकदी बरामद।
● बुधवार शाम से उड़ानें शुरू हुईं।
● नेपाल में 7 लाख से ज्यादा भारतीय, मदद की लगा रहे गुहार।
● पीएम पद छोड़ने वाले ओली ने खुला पत्र लिखा, कहा - हिंसा मासूम जेन-जी ने नहीं की, इसके पीछे गहरी साजिश।
प्रचंड की बेटी का घर जला, मिला एक शव
प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार शाम को सुप्रीम कोर्ट में आग लगा दी थी, जिसके चलते 25 हजार से ज्यादा केस फाइलें राख में बदल गईं। वहीं सेना ने 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 33.7 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं। इसके अलावा 23 बंदूकें, मैगजीन और गोलियों सहित 31 अलग-अलग तरह के हथियार भी जब्त किये गये हैं। ओली काठमांडू छोड़ चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री और सीपीएन अध्यक्ष पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ की बेटी गंगा दाहाल के जले हुए घर से एक शव बरामद किया गया है।
खौफ के माहौल में ‘तनावपूर्ण शांति’
राजधानी काठमांडू सहित कई शहरों में सेना की गश्त शुरू, तनावपूर्ण माहौल के बीच कहीं-कहीं हिंसा को छोड़कर बाकी जगह शांति दिखने लगी है। वहीं नेपाल में फंसे भारतीय लोगों को निकालने के लिए एअर इंडिया ने स्पेशल फ्लाइट शुरू कर दी है।
14 हजार कैदी फरार
पश्चिमी नेपाल की एक जेल में सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प में कम से कम 5 किशोर बंदियों की मौत हो गई। जबकि सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के दौरान देशभर की विभिन्न जेलों से 14000 से अधिक कैदी फरार हो गए। नेपाल की सेना ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन की आड़ में संभावित हिंसा को रोकने के लिए देशव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए और कर्फ्यू लगा दिया है।
नेपाल में एक दिन पहले ही सरकार-विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के कारण केपी ओली को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को संसद, राष्ट्रपति कार्यालय, प्रधानमंत्री आवास, सरकारी भवनों, राजनीतिक दलों के कार्यालयों और वरिष्ठ नेताओं के घरों में आग लगा दी थी।
22 लोगों की हो चुकी है मौत
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर और सोशल मीडिया पर सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को युवाओं द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई में कम से कम 22 लोगों की मौत के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके कार्यालय में घुस गए थे, जिसके तुरंत बाद मंगलवार को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध सोमवार रात हटा लिया गया था। हालांकि, उनके इस्तीफे के बाद भी प्रदर्शन जारी रहा।
वहीं कैदियों ने विरोध-प्रदर्शनों का फायदा उठाया और जेलों से भागने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप कई जेलों में सुरक्षाकर्मियों और कैदियों के बीच झड़पें हुईं। ‘द राइजिंग नेपाल’ अखबार ने अपनी खबर में कहा कि मंगलवार रात बांके के बैजनाथ ग्रामीण नगरपालिका-3 में स्थित नौबस्ता क्षेत्रीय जेल के नौबस्ता बाल सुधार गृह में सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प में 5 किशोर बंदियों की मौत हो गई।
अखबार ने नौबस्ता बाल सुधार गृह कार्यालय के हवाले से बताया कि झड़प में पांच किशोर बंदियों की मौत हो गई और 4 गंभीर रूप से घायल हो गए। यह झड़प उस समय हुई जब बंदियों ने सुधार गृह के सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश की।