

मॉस्को : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अक्टूबर 2023 में इजराइल पर हमले के दौरान अगवा किए गए 3 रूसी बंधकों को रिहा करने के लिए फलस्तीनी चरमपंथी समूह हमास का शुक्रिया अदा किया है। पुतिन ने गाजा पट्टी में फरवरी में रिहा किए गए रूसी नागरिक एलेक्जेंडर ट्रूफानोव और उसके परिवार के दो सदस्यों का बुधवार देर रात क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) में स्वागत किया।
पुतिन ने कहा, ‘यह तथ्य कि आप अब आजाद हैं, फलस्तीनी लोगों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ रूस के कई वर्षों के स्थिर संबंधों का नतीजा है।’ रूसी राष्ट्रपति ने क्रेमलिन में प्रमुख रब्बी बर्ल लेजर सहित अन्य शीर्ष रूसी यहूदी नेताओं की मौजूदगी में हमास के कब्जे से रिहा किए गए बंधकों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा, ‘यहां हम हमास के नेतृत्व और राजनीतिक शाखा के प्रति आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने इस मानवीय कार्य को अंजाम देने में हमारी मदद की।’
इजराइल पर 7 अक्टूबर 2023 को आतंकी संगठन हमास के अप्रत्याशित हमले में कम से कम 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और 251 अन्य को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजराइल ने गाजा पट्टी में जवाबी कार्रवाई की थी, जिससे दोनों पक्षों के बीच युद्ध छिड़ गया था। इजराइल-हमास युद्ध में 50 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
मुखिया मारा गया, बाकी का अपहरण
इजराइल पर हमले के दौरान हमास लड़ाकों ने ट्रूफानोव, उसकी मां एलेना ट्रूफानोवा, दादी इरीना टाटी और मंगेतर सापिर कोहेन को अगवा कर लिया था और उन्हें गाजा पट्टी ले गए थे। हमास के हमले में परिवार के मुखिया विटाली ट्रूफानोव की मौत हो गई थी। इसमें बताया गया है कि एलेना, इरीना और सापिर को 53 दिन बाद रिहा कर दिया गया था। एलेक्जेंडर लगभग 500 दिन तक हमास की कैद में रहा। उसे इजराइल-हमास के बीच हुए युद्ध-विराम समझौते के तहत इस साल 15 फरवरी को रिहा कर दिया गया। पुतिन ने बाकी बंधकों की रिहाई में मदद देने का वादा किया।