मिथुन चक्रवर्ती को मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित | Sanmarg

मिथुन चक्रवर्ती को मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

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नयी दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हिंदी सिनेमा स्टार मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा में उनके योगदान के लिए ‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार’ से सम्मानित किया। मिथुन चक्रवर्ती यह पुरस्कार पाने वाले तेरहवें बंगाली कलाकार हैं।

‘केजीएफ–टू’ ने बाजी मारी : राष्ट्रपति ने राजधानी दिल्ली में आयोजित 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में हिंदी और अन्य क्षेत्रीय सिनेमा के बेहतरीन अदाकारों, संगीतकारों,पटकथा लेखकों, निर्माता निर्देशकों, गायकों, सिनेमेटोग्राफर को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया। बंगाल के लेखक अनिरुद्ध भट्टाचार्य को किशोर कुमार की बायोग्राफी लिखने के लिए सर्वश्रेष्ठ लेखक का पुरस्कार दिया गया। ये पुरस्कार वर्ष 2022 के लिए दिये गये हैं। कोविड के कारण राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एक साल देरी से चल रहा है। इन पुरस्कारों की घोषणा गत अगस्त में कर दी गयी थी। प्रशांत नील की फिल्म ‘केजीएफ–टू’ ने बाजी मारी दो श्रेणियों में इस फिल्म को पुरस्कार मिला। मनोज वाजपेयी ‘गुलमोहर सीरीज’ के लिए पुरस्कृत किया गया। ‘ब्रह्मास्त्र’ फिल्म के संगीतकार प्रीतम को बेहतरीन संगीत निदेशक सम्मान से नवाजा गया। आदिवासियों के जीवन पर बनी कंतार फिल्म में अभिनय के लिए ऋषभ शेट्टी बेहतरीन अदाकार और नित्या मेनन को बेहतरीन अदाकारा सम्मान दिया गया। ‘कच्छ एक्सप्रेस’ फिल्म के लिए गुजराती अदाकारा मानसी पारिख को बेहतरीन अदाकारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

सूरज बड़जात्या बेहतरीन निर्देशक : राजश्री प्रोडक्शन्स के सूरज बड़जात्या को उनकी फिल्म ‘उंचाई’ के लिए बेहतरीन निर्देशक पुरस्कार से, नीना गुप्ता को इसी फिल्म में सहायक अदाकारा का पुरस्कार दिया गया। जाने माने संगीतकार ए आर रहमान को ‘पोंनियिन सेल्वन वन’ के लिए बेहतरीन पार्श्व संगीतकार और इसी फिल्म के लिए मणीरत्नम को बेहतरीन तमिल फिल्म निर्देशक पुरस्कार से नवाजा गया।

अब भगवान से कोई शिकायत नहीं : मिथुन- मिथुन चक्रवर्ती राष्ट्रपति से पुरस्कार लेते हुए ने कहा कि मैं भगवान से बहुत शिकायत करता था कि तुमने नाम दिया शोहरत दी पर इतनी तकलीफ क्यों दे रहा है क्योंकि मुझे सब मिला तो ज़रूर लेकिन कुछ भी थाली में परोस कर नहीं मिला लेकिन आज यह अवार्ड मिलने के बाद मैंनें शिकायत करना छोड़ दिया।

थैंक्यू भोले नाथ आपने मुझे सूद के साथ सब वापस कर दिया। उन्होंने युवा कलाकारों को नसीहत दी कि हिम्मत मत हारना सपने देखना खुद सो जाना लेकिन सपनों को सोने नहीं देना।

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