1950 के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में मनाया गया संविधान दिवस | Sanmarg

1950 के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में मनाया गया संविधान दिवस

Omar-abdullah-cabinet Jammu and Kashmir

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को सुप्रीम कोर्ट में आयोजित संविधान दिवस के कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24 जारी करते हुए कहा कि भारतीय संविधान ने लोकतंत्र को किसी भी चुनौती का सामना करने की ताकत दी है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू हो रहा है और आज पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने भारतीय संविधान के 75 वर्षों के सफर को सराहा और कहा कि यह हमारे वर्तमान और भविष्य के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। उन्होंने संविधान के महत्व को बताते हुए कहा कि यह हमें हर समस्या का समाधान दिखाता है और हमारे लोकतंत्र की शक्ति है।

 
PM मोदी ने मुंबई में हुए आतंकी हमले को किया याद

प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में हुए आतंकी हमले की भी याद करते हुए कहा, “हम उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।” इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी मौजूद थे। कार्यक्रम की थीम “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” रखी गई थी। यह आयोजन एक ऐतिहासिक पल था, क्योंकि इस दिन पीएम मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक साथ कार्यक्रम में बैठे। इस मौके पर संविधान से जुड़ी 2 क‌िताबें लॉन्च की गई हैं। इसमें हमारे संविधान का ज्रिक किया गया है।
1. भारतीय संविधान का निर्माण: एक झलक
2.भारतीय संविधान का निर्माण और इसकी गौरवशाली यात्रा

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