

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
दार्जिलिंग : उत्तर बंगाल में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित इलाकों का जायज़ा लेने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी कर रही हैं। पांच दिन के दौरे के आखरी दिन बुधवार को उन्होंने दार्जिलिंग के लालकुठी में प्रशासनिक बैठक की, लेकिन उससे पहले और बाद में 'जनसंयोग यात्रा' में निकलीं जहा मुख्यमंत्री का एक अलग ही रूप देखने को मिला। इसदिन सुबह रिचमंड हिल से धूप से चमकते दार्जिलिंग की सड़कों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पैदल निकलीं। उनके साथ मंत्री अरूप विश्वास, जिलाधिकारी प्रीति गोयल और अन्य अधिकारी मौजूद थे। रास्ते में स्थानीय लोग सड़कों के किनारे खड़े होकर 'घर की बेटी' ममता को स्वागत-सत्कार कर अभिवादन करते नज़र आए। ममता भी मुस्कराकर हाथ हिलातीं, बच्चों को पास बुलाकर उन्हें लॉलीपॉप, चॉकलेट, ड्रॉइंग बुक और रंगीन पेंसिलें देतीं।
यह भी पढ़ें :- आपदा पर नया विशेषज्ञ समिति, खुला राहत कोष
रिचमंड हिल से लालकुठी तक — करीब साढ़े चार किलोमीटर का पहाड़ी रास्ता उन्होंने पैदल तय किया। बैठक समाप्त होने के बाद भी उन्होंने फिर से पैदल वापसी की। दार्जिलिंग मॉल रोड पर जब वे पहुंचीं, तो स्थानीय निवासियों और पर्यटकों ने उन्हें घेर लिया। मुख्यमंत्री ने सभी से आत्मीयता से बातचीत की, बच्चों से हालचाल पूछा।
इसके बाद उन्होंने महाकाल मंदिर रोड होकर राजभवन के पास स्थित कैफ़े हाउस में चाय पी और वहीं से अधिकारियों को कुछ आवश्यक निर्देश भी दिए। शाम पांच बजे के करीब वे रिचमंड हिल स्थित सरकारी आवास पर लौटीं। गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री का बागडोगरा से विमान द्वारा कोलकाता लौटने का कार्यक्रम है।