कोलकाता : दुर्गा पूजा, जो बंगाल का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, केवल देवी दुर्गा की पूजा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वादिष्ट व्यंजनों का भी पर्व है। इस दौरान हर गली-मोहल्ले में पंडाल सजाए जाते हैं, जहां लोग नृत्य, संगीत और विशेष भोग का आनंद लेते हैं।
दुर्गा पूजा के पंडालों में विशेष व्यंजन
इस दौरान, हर गली-मोहल्ले में पंडाल लगाए जाते हैं, जहां लोग नौ दिनों तक नाचते, गाते और पारंपरिक भोजन का आनंद लेते हैं। कोलकाता में दुर्गा पूजा की खासियत यह है कि लोग विभिन्न राज्यों और देशों से पारंपरिक खट्टी-मीठी मिठाइयों का स्वाद चखने आते हैं। पूजा पंडालों में खिचड़ी, दाल, चावल और सब्जियों से बनी खिचड़ी का भोग भी परोसा जाता है, जो पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक है।
खिचड़ी और भोग का महत्व
दुर्गा पूजा में खिचड़ी का भोग विशेष रूप से लोकप्रिय है। यह दाल, चावल और सब्जियों से बनाई जाती है और पौष्टिकता के साथ-साथ स्वाद में भी लाजवाब होती है। पूजा पंडालों में इसे भोग के रूप में परोसा जाता है, जिससे भक्त इसे श्रद्धा के साथ ग्रहण करते हैं।
बंगाली पकौड़े और मिठाइयाँ
दुर्गा पूजा के दौरान बंगाली पकौड़े, जैसे बैंगन और आलू के पकौड़े, भी बड़े चाव से खाए जाते हैं। शाम के समय गर्मागर्म पकौड़े का मजा लेने के लिए लोग पंडालों में पहुंचते हैं। इसके अलावा, रसगुल्ले और संदेश जैसी मिठाइयाँ भी विशेष रूप से इस समय लोकप्रिय होती हैं। रसगुल्ले की रसीली मिठास हर किसी को भाती है।