

नई दिल्लीः कांग्रेस के रविवार को 140वें स्थापना दिवस पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की आवाज है, जो हर कमजोर, वंचित और मेहनतकश के साथ खड़ी रही है।
उन्होंने यहां पार्टी के मुख्यालय इंदिरा भवन में आयोजित 140वें स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया। गांधी ने ‘एक्स’ पर कहा, “संकल्प है कि नफरत, अन्याय और तानाशाही के खिलाफ सत्य, साहस और संविधान की रक्षा की लड़ाई और अधिक मज़बूती से लड़ेंगे।” उन्होंने कहा, “आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हर कांग्रेसजन को हार्दिक शुभकामनाएं। हम उस ऐतिहासिक विरासत और उन महान बलिदानियों को नमन करते हैं, जिन्होंने भारत को आज़ादी दिलाई, संविधान की नींव रखी और लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय व समानता के मूल्यों को मजबूत किया।”
खरगे ने कांग्रेस को बताया एक विचारधारा
वहीं इधर कांग्रेस के 140वें स्थापना दिवस पर पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को जोर देकर कहा कि कांग्रेस एक विचारधारा है और विचारधाराएं कभी नहीं मरतीं। खरगे ने इंदिरा भवन स्थित पार्टी मुख्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के महान नेताओं के कारण ही भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र बन पाया।
उन्होंने कहा, “आज (रविवार को) स्थापना दिवस पर मैं उन लोगों से एक बात स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं, जो कहते हैं कि ‘कांग्रेस का अंत हो गया है’। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हमारी शक्ति भले ही कम हो गई हो, लेकिन हमारा हौसला अब भी बुलंद है। हमने किसी से समझौता नहीं किया, न संविधान से, न धर्मनिरपेक्षता से और न ही गरीबों के अधिकारों से। हम भले ही सत्ता में न हों, लेकिन हम समझौता नहीं करेंगे।” खरगे ने बताया कि कांग्रेस ने कभी धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगे और जोर देकर कहा कि पार्टी ने कभी मंदिर-मस्जिद के नाम पर नफरत नहीं फैलाई।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस एकजुट करती है, (जबकि) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बांटती है। कांग्रेस ने धर्म को केवल आस्था तक ही सीमित रखा, लेकिन कुछ लोगों ने धर्म को राजनीति में घसीट लिया। आज भाजपा सत्ता में है, लेकिन उसके पास सच्चाई नहीं है। इसलिए कभी आंकड़े छिपाए जाते हैं, कभी जनगणना रोक दी जाती है, कभी संविधान बदलने की बातें होती हैं।”