

सर्दियों में ठंड से बचने और गर्माहट बनाए रखने के लिए कई लोग सोते समय रजाई–कंबल से पूरा चेहरा ढक लेते हैं। यह आदत भले ही आरामदायक लगे, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक यह नींद और सांस दोनों के लिए नुकसानदेह है।
शरीर पर बुरा प्रभाव
डॉक्टर बताते हैं कि चेहरा ढककर सोने पर कंबल के भीतर ताजा हवा का फ्लो काफी कम हो जाता है और हम अपनी ही छोड़ी हुई हवा दोबारा भीतर ले लेते हैं। इसका असर सुबह महसूस होता है। सुबह सिर भारी लगता है, शरीर थका हुआ रहता है और नींद तरोताजा नहीं होती।
इसलिए मुंह ढककर सोना रिस्की है
वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि चेहरा ढककर सोना कई तरह की समस्याएं बढ़ा सकता है। यह आदत लंबे समय तक जारी रहे तो सांस लेने की क्षमता, नींद की गुणवत्ता और कुल मिलाकर सेहत पर नेगेटिव असर पड़ता है।
मुंह ढककर सोने की आदत ऐसे छुड़ाएं
ठंड में कंबल से चेहरा ढककर सोने की आदत छोड़ना मुश्किल लग सकता है, लेकिन सही तरीके अपनाने पर इसे आसानी से बदला जा सकता है।
धीरे-धीरे आदत बदलें
चेहरा अचानक पूरी तरह खुला रखने की जगह शुरुआत में थोड़ा सा गैप या एयर-टनल रखें। कुछ दिनों में धीरे-धीरे कंबल को नीचे लाकर पहले नाक-मुंह और फिर पूरा चेहरा एक्सपोज करने की आदत डालें।
मुंह खुला रखकर सोने से स्वास्थ्य को होने वाले फायदे
सही तरह से सांस लेते हुए सोना न सिर्फ नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाता है, बल्कि शरीर और दिमाग दोनों पर सकारात्मक असर डालता है। पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने से नींद गहरी और आरामदायक होती है, जिससे आप सुबह ज्यादा तरोताजा महसूस करते हैं। चेहरे पर पसीना और ऑयल जमा न होने से स्किन भी हेल्दी रहती है।