जामताड़ा : झारखंड का जामताड़ा जिला साइबर अपराध का गढ़ बना चुका है। जहां से देश के अलग-अलग हिस्से में रहने वाले लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। हालांकि पुलिस की जांच और त्वरित कार्रवाई से साइबर अपराधियों नकेल कसी जा रही है। लेकिन पुलिस के लिए फर्जी सिम कार्ड अभी भी परेशानी का सबब बनी हुई है। जामताड़ा के साइबर अपराधी पश्चिम बंगाल से मोबाइल का सिम कार्ड खरीद कर झारखंड में साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। इस बात का खुलासा पुलिस जांच में हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल जामताड़ा साइबर थाना को यह सूचना मिली थी कि कुछ साइबर अपराधी कर्माटांड़ थाना क्षेत्र में साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। इसी सूचना पर जब पुलिस ने दबिश दिया तो तीन साइबर अपराधी महेंद्र यादव और सुनील यादव तेलकियारी गांव से तथा विशाल कुमार को मुरलीडीह गांव से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से 12 मोबाइल, 13 सिम, एटीएम कार्ड तथा मोटरसाइकिल बरामद किया है। जांच के क्रम में यह पाया गया कि इनके द्वारा उपयोग में लाए जा रहे सिम कार्ड पश्चिम बंगाल से खरीदे गए हैं और इनके पास मोबाइल है उसके भी कोई वैध कागजात इनके पास उपलब्ध नहीं है। जामताड़ा साइबर सेल के डीएसपी मजहरूल होदा ने बताया कि तीनों ने महाराष्ट्र के 6 लोगों और कर्नाटक के एक व्यक्ति से ठगी गई है। जिसकी कुल राशि 9 लाख रुपए है। साइबर सेल के डीएसपी ने बताया कि अब झारखंड पुलिस विभाग ने अपना सिस्टम डेवलप कर लिया है। जिससे साइबर अपराध को अंजाम देने के बाद किन लोगों की ठगी हुई है यह तुरंत पता चल जाता है और इससे इन अपराधियों को सजा दिलाने में काफी सहूलियत होगी।
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