नई दिल्ली: उमेश शुक्ला द्वारा निर्देशित 'हीर एक्सप्रेस' कॉमेडी के साथ-साथ पारिवारिक ड्रामा का एक अनोखा समन्वय लाती है। इस फिल्म में दिविता जुनेजा ने हीर वालिया का मुख्य किरदार निभाया है। उनके साथ अशोक राणा, संजय मिश्रा, गुलशन ग्रोवर और प्रीत कमानी जैसे अनुभवी अभिनेता भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
कहानी एक पंजाबी लड़की हीर की है, जो अपनी मां की मौत के बाद लंदन जाकर भारतीय रेस्टोरेंट चलाने का सपना देखती है। यह फिल्म पारिवारिक मूल्यों, संघर्ष और आत्मनिर्भरता की कहानी प्रस्तुत करती है। अशुतोष राणा ने दिल छू लेने वाला अभिनय किया है, प्रीत कमानी अपनी मासूमियत और चार्म से मन मोह लेते हैं, संजय मिश्रा और गुलशन ग्रोवर का जादू फ़िल्म में और रंग भर देता है।
वैसे 'हीर एक्सप्रेस' से डेब्यू कर रहीं दिविता जुनेजा ने लीड रोल में छाप छोड़ी है। उनकी एनर्जी कई जगहों पर फिल्म को आगे बढ़ाती है। हीर के साइलेंट एडमाइरर रॉनी के रोल में प्रीत कमानी ने पूरे आत्मविश्वास के साथ एक्टिंग की है।
यह फ़िल्म सिर्फ मज़ेदार ही नहीं है, बल्कि एक ऐसी संवेदनशील कहानी है जिससे हर कोई जुड़ाव महसूस करेगा। सचमुच, यह वो फ़िल्म है जिसे आप माता-पिता, बच्चे या दादा-दादी/नाना-नानी सबके साथ बैठकर देख सकते हैं। कुल मिलाकर, 'हीर एक्सप्रेस' उन दर्शकों के लिए है जो पारिवारिक ड्रामा और प्रेरणादायक कहानियों का आनंद लेते हैं।
वैसे कुल मिलाकर, 'हीर एक्सप्रेस' मूवी की बात करें तो यह एक बेहद साफ-सुथरी फिल्म है। लेकिन 'ओह माय गॉड' और '102 नॉट आउट' जैसी फिल्में बनाने वाले उमेश शुक्ला से इससे कहीं बेहतर की उम्मीद की जा सकती थी। लेकिन, 'हीर एक्सप्रेस' मूवी की बात तो सन्मार्ग इसे 5 में से 4.5 रेटिंग देती है क्योंकि यह एक मजेदार और बेहद ही दिलचस्प मूवी है।