

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की झांकी को आगामी गणतंत्र दिवस परेड के लिए रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति ने शॉर्टलिस्ट कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, कई चरणों की समीक्षा और पांच दौर की स्क्रीनिंग के बाद बंगाल की झांकी को यह अहम मंजूरी मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस साल केंद्र सरकार ने देश भर में झांकियों के लिए 'वंदे मातरम' और 'आत्मनिर्भर भारत' के दो थीम सुझाये थे, जबकि पश्चिम बंगाल सरकार ने पहला ऑप्शन चुना ।
इस झांकी के जरिए राष्ट्रीय मंच पर बंगाल के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और उसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत किया जाएगा। प्रस्तावित झांकी में क्रांतिकारी परंपरा और सांस्कृतिक पहचान को केंद्र में रखा गया है। इसमें राज्य की ऐतिहासिक हस्तियों की प्रतिमाएं और प्रतीक शामिल हो सकते हैं, जिनमें रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान व्यक्तित्वों की झलक दिखने की संभावना है ।
इस झांकी के थीम ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर आधारित बताया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय की समिति में कला, संस्कृति, संगीत और कोरियोग्राफी के विशेषज्ञ शामिल होते हैं, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए प्रस्तावों का मूल्यांकन करते हैं। इस वर्ष कुल 17 झांकियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है, जबकि अंतिम सूची जल्द जारी होने की उम्मीद है।
राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों का कहना है कि इस बार बंगाल की झांकी के अंतिम चयन की पूरी संभावना है, क्योंकि इससे पहले 2020 और 2022 में बंगाल की झांकी को अंतिम चरण में जगह नहीं मिल पायी थी। नवान्न सूत्रों ने उम्मीद जताई है कि इस बार झांकी की प्रस्तुति देशभर के दर्शकों को बंगाल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान से रूबरू कराएगी।