

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम के सफाई कर्मियों द्वारा हर घर से कचरा उठाने के एवज में 30 रुपये देने होंगे का मुद्दा गरमाने लगा है। इसे लेकर जनता में आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों ने निगम के इस नियम का कड़ा विरोध किया है।
गौरतलब है कि निगम के सफाई कर्मियों द्वारा घर-घर कचरा संग्रह के दौरान कहा गया कि प्रत्येक घर को 30 रुपये देने होंगे। यह निगम से ऑर्डर आया है। लोगों ने इसका विरोध किया और कहा कि कल से वे कचरा सफाई कर्मी को न देकर डस्टबिन में डालेंगे। वहीं जिस तरह से नगर निगम सफाई कर्मी को भेज कर कचरा उठाता था, उसी तरह उठाये।
इस मुद्दे पर लोगों का क्या कहना है
मंगलवार सुबह कचड़ा उठाने के दौरान कई इलाकों में लोगों ने सफाई कर्मी को साफ शब्दों में कहा कि वे कचरा उठाने का पैसा क्यों देंगे। अचानक निगम ने इस नियम को लागू कर लोगों पर बोझ बढ़ा दिया है। वे लोग इसका विरोध करते हैं।
निगम का काम है हर वार्ड में साफ-सफाई रखना जबकि कुछ ने कहा कि निगम इलाके में लाखों घर हैं और हर घर से 30 रुपया लिया जायेगा तो करोड़ रुपये नगर निगम के खाते में जायेगा। इसके लिए हर घर का डिजिटल कार्ड बनना चाहिए और रुपया सीधा निगम के खाते में जाना चाहिए।
क्या कहा नगर निगम ने
इस मुद्दे पर निगम के उपमेयर वशिमूल हक ने बताया कि कचरा का जो टैक्स होता है, वह तो जनता को देना पड़ेगा। सफाई कर्मी जो इतने सारे काम कर रहे हैं, उनका भी तो वेतन देना पड़ता है। साथ ही 2009 से नगर निगम ने कोई टैक्स नहीं बढ़ाया है पर सफाई कर्मी का वेतन बढ़ रहा है।
साथ ही कहा कि जो रुपया लिया जायेगा, उसकी रसीद भी मिलेगी। वहीं निगम के सेनेटरी विभाग के एमएमआईसी मानस दास ने बताया कि दो महीना पहले बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया था कि हर घर से कचरा संग्रह के एवज में 30 रुपया लिया जायेगा, जो प्रारंभ हो गया है।
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