आंखों की कम रौशनी के बावजूद नहीं मानी हार, ISC में आर्या के 85.5% अंक | Sanmarg

आंखों की कम रौशनी के बावजूद नहीं मानी हार, ISC में आर्या के 85.5% अंक

कोलकाता: बचपन से ही कम दृष्टि से पीड़ित, स्कूल के स्मार्टबोर्ड या यहां तक कि अपनी किताबों पर शिक्षकों द्वारा लिखी गई बातों को पढ़ना चुनौतीपूर्ण था। बावजूद इसके आर्या गुप्ता ने इन बाधाओं को पार करते हुए ISC में 85.5% अंक हासिल किए। साउथ सिटी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र को बहुत कम उम्र में ही केवल 25% ही देख पाता है। ऐसा आंखों की समस्या की वजह से था।

10वीं में लाया था 90.2% अंक

साहस से भरपूर आर्या, को प्रेरित करने के लिए अपने माता-पिता और शिक्षकों से भरपूर समर्थन मिला। एक नियमित स्कूल में ऐसे छात्रों के साथ पढ़ते हुए, जो शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट थे। उन छात्रों के बीच रहते हुए भी उसने सुनने बेहद ध्यानपूर्वक क्लास किया । बोर्ड परीक्षाओं में भी उन्हें पाठकों और लेखकों की मदद से ICSE परीक्षा में 90.2% अंक हासिल किए थे।

स्कूल के शिक्षक ने क्या कहा ?

आर्या के बेहतरीन रिजल्ट को लेकर स्कूल के एक शिक्षक ने कहा कि आर्या यह दिखाने वाला एक अनुकरणीय उदाहरण है कि यदि कोई कुछ हासिल करने के लिए केंद्रित और दृढ़ है, तो जीवन में कोई भी बाधा इतनी कठिन नहीं है जो उसे सफलता प्राप्त करने से रोक सके।

‘जीवन में सभी बाधाओं से लड़ने की मिली ताकत’

आर्या के पिता ने कहा कि  “दिव्यांग होना एक आशीर्वाद है क्योंकि यह आपको जीवन में सभी बाधाओं से लड़ने की ताकत देता है। यह आपको दिन-प्रतिदिन मजबूत बनाता है और आपको एक असाधारण जीवन जीने और दूसरों के लिए उदाहरण स्थापित करने में मदद करता है।

आर्या ने बताई अपनी भविष्य की योजना
वहीं, आर्या ने मीडिया से बातचीत में कहा “मेरे स्कूल ने मेरी बहुत मदद की है। उन्होंने एक पाठक और एक लेखक नियुक्त करने जैसी विभिन्न सुविधाएं प्रदान कीं और हरसंभव मेरी सहायता की ताकि मैं पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर सकूं,”
वह पहले से ही अपने पिता के व्यवसाय संचालन में सहायता कर रहा है और व्यवसाय की बारीकियों को सीख रहा है। आर्या को कई देशों की भू-राजनीति के बारे में जानने का भी एक अनोखा शौक है। उन्होंने कहा, ”मैं भविष्य में बीबीए करने या सीएफए करने की योजना बना रहा हूं।”

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