बंगाल में रामनवमी की शोभायात्रा पर हमला, पत्थरबाजी और बमबाजी से बिगड़े हालात | Sanmarg

बंगाल में रामनवमी की शोभायात्रा पर हमला, पत्थरबाजी और बमबाजी से बिगड़े हालात

मुर्शिदाबाद: बंगाल में रामनवमी पर रामभक्तों द्वारा निकाली गई शांतिपूर्ण शोभायात्रा पर उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की। बुधवार(18 अप्रैल) की शाम मुर्शिदाबाद जिले के रेजिनगर में उपद्रवियों ने रामभक्तों पर हमला कर जमकर उत्पात मचाया। शांतिपूर्ण तरीके से शोभायात्रा निकाले रहे लोगों पर उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की। जानकारी के अनुसार उपद्रवियों ने छतों से हिंदुओं पर पथराव किया। इस बीच इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है। साथ ही अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। BJP का आरोप है कि रेजीनगर में हिंदू श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया। वहीं, मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में स्कूल से उपद्रवियों ने लोगों पर बमबाजी की। इस घटना में एक महिला के घायल होने की खबर है जबकि BJP का दावा है कि घटना में 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

पूर्वी मेदिनीपुर में भी शोभायात्रा पर पथराव

रामनवमी के मौके पर मुर्शिदाबाद ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में भी झड़प हुई। यहां रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प में 4 लोग घायल बताये जा रहे हैं। BJP का आरोप है कि शोभायात्रा पर पथराव किया गया। पुलिस को भीड़ हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। BJP का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने पार्टी के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। BJP की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल मौके पर पहुंची और पार्टी कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की। पॉल की अगुवाई में BJP कार्यकर्ताओं ने टायर जलाए और बेल्डा-कांठी राजमार्ग को ब्लॉक कर रातभर प्रदर्शन किया। वहीं, नंदीग्राम में BJP दफ्तर जलाने का भी आरोप है।

 

सुवेंदु अधिकारी का TMC पर हमला

इस घटना के बाद सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप करने और रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच कराने की मांग की है।

सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के भड़काऊ भाषण की वजह से बंगाल के इलाकों में रामनवमी शोभायात्रा पर हमला किया गया। सीएम के भड़काऊ भाषण की वजह से शरारती तत्वों को हौंसला मिला। इन लोगों को ये भरोसा मिल गया कि प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा। मैंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखकर उनसे तत्काले मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है और घटना की एनआईए जांच की मांग की है। साथ ही मैंने चुनाव आयोग से भी आग्रह किया है कि वे इस तरह के भड़काऊ भाषण को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करे।

 

 

 

 

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