कोलकाता : कार्तिक माह शुरू हो गया है जो कि 27 नवंबर 2023 तक रहेगा। इसके साथ ही कार्तिक महीने के नियम आदि भी शुरू हो गए हैं। अन्य महीनों की तुलना में कार्तिक का अपना एक अलग महत्व है। जिस प्रकार सावन में भगवान शिव की पूजा का बड़ा ही महत्व होता है, ठीक उसी प्रकार कार्तिक महीने में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। कार्तिक महीने में विष्णु भगवान की पूजा से जीवन में सुख-सौभाग्य की बढ़ोतरी होती है साथ ही दीर्घायु की प्राप्ति होती है और अचानक आने वाले संकट समाप्त हो जाते है तथा घर में सुख-शांति बनी रहती है। बता दें कि चातुर्मास के चार महीनों में से कार्तिक आखिरी महीना है। इसके अलावा श्रावण, भाद्रपद और आश्विन बीत चुके हैं। कार्तिक महीने के दौरान कौन-से कार्य किए जाने का विधान है और किस कार्य को करने से क्या शुभ फल प्राप्त होते हैं, इस सबकी विस्तृत जानकारी पढ़ें यहां से।
कार्तिक महीना में क्या करना होता है शुभ
कार्तिक का महीना स्नान और दान-पुण्य के लिए विशेष महत्व रखता है। इस महीने में पूजा-पाठ और स्नान-दान करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। पुराणों में बताया गया है कि कार्तिक महीने में घर से बाहर किसी पवित्र नदी में स्नान, गायत्री जप एवं दिन में केवल एक बार भोजन करके व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होते हैं और उसकी तरक्की होती है। बता दें कि कार्तिक महीने के दौरान प्रयाग में स्नान और दर्शन विशेष लाभकारी हैं, लेकिन अगर आप वहां स्नान करने में असमर्थ हैं तो आप घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल डालकर उन नदियों का भाव अपने मन में रखकर, जैसे कि आप वहीं पर स्नान कर रहे हों, स्नान कीजिए। पूरे कार्तिक महीने के दौरान सुबह स्नान के बाद सूर्यदेव को जल अवश्य अर्पित करना चाहिए। साथ ही कार्तिक महीने में देवों, पितरों और मनुष्यों को घी और मधु से युक्त भोजन देने, हरि-पूजन करने और दीप जलाने से व्यक्ति के करियर को चार चांद लगते हैं और वो लगातार तरक्की करता है।
कार्तिक महीना में तुलसी पूजा का महत्व
कार्तिक महीने में तुलसी पत्र से श्री विष्णु की पूजा करने से भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं। कार्तिक महीने के दौरान शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए। इससे घर की सुख- समृद्धि बनी रहती है। इस माह में रोजाना सुबह उठकर स्नान कर के तुलसी पर जल जरूर अर्पित करें। ऐसा करने से आपके घर की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। इसके अलावा कार्तिक में सुबह उठकर तुलसी दल का सेवन भी बड़ा ही लाभकारी होता है। लेकिन ध्यान रहे कि तुलसी की पत्ती को चबाया नहीं जाता उसे पानी के साथ निगलना चाहिए। कार्तिक महीने के दौरान दाल का सेवन वर्जित माना गया है।