घनश्याम कानू
नेपाल के क्षितिज महिला समूह का नौमती बाजा मुख्य आकर्षण बना
मालबाजार : महासप्तमी का पुनीत अवसर पर शनिवार को माल प्रखंड के बागराकोट में बागराकोट सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में पारंपरिक गाजे बाजे के साथ भव्य विराट फूलपाती शोभायात्रा निकाली गयी थी । शोभायात्रा में शामिल किरात खम्बू राई समाज , भूजेल उत्थान समिति , दमाई समाज , खस भारतीय हितकारी सम्मेलन
अखिल भारतीय नेवार संगठन के अलावा गोर्खा समुदाय के विभिन्न जातीय अपनी परंपरागत वेशभूषा पहनाकर नाचते गाते हुये अनेकता में एकता का संदेश दिया । 3 दशक बाद बागराकोट में पुनः वृहद रूप में शोभायात्रा एवं लोकसंगीत कार्यक्रम का आयोजन होने से क्षेत्र वासी काफी प्रसन्न नजर आये । बागराकोट सांस्कृतिक मंच का अध्यक्ष गौतम विश्वकर्मा ने बताया नेपाली सांस्कृतिक को दर्शाने का उद्देश्य से फूलपाती शोभायात्रा निकाला गया । शोभायात्रा में बागराकोट क्षेत्र के हमारे कुल 10 समाज के लोग आये थें ।
अपनी जातीय पोशाक में सभी ने झांकियां निकालकर कार्यक्रम का शोभा बढ़ाया । नेपाल के वीरता मोड़ के क्षितिज महिला समूह का नौमती बाजा मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा । नेवार समाज का लाखे नृत्य राई समाज का सिली नृत्य गुरुंग समाज का डमफू नृत्य के अलावा विभिन्न समाज के द्वारा अपना जातीय नृत्य पेश किया । बागराकोट सांस्कृतिक व साहित्य का गढ़ है बागराकोट को डुवार्स की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है । सामाजिक कार्यकर्ता राजेश छेत्री ने कहा हमारे समाज में सप्तमी और दशमी का विशेष महत्त्व है । सप्तमी में एक ओर जहां फूलपाती शोभायात्रा निकाला जाता है तो वही दूसरी ओर दशमी के दिन टीका पर्व मनायी जाती है । डोली में मां भगवती को आह्वान कर इलाके का मंगलकामना के लिये नगर भ्रमण किया गया । बिहारी समुदाय से भुनेस्वर ठाकुर ने कहा इस क्षेत्र में रहने वाले बिहारी आदिवासी मारवाड़ी गोर्खा के अलावा विभिन्न धर्म संप्रदाय के लोग आपसे में मिलजुल कर रहतें है । हमारी एकता अटूट है और आगे भी बनी रहेगी । आज हर्षोल्लास के साथ हम सभी भी शोभायात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुये थे ।