‘मणिपुर जाने वाले कभी बंगाल आकर देखें’ | Sanmarg

‘मणिपुर जाने वाले कभी बंगाल आकर देखें’

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के मणिपुर दौरे पर साधा निशाना
तृणमूल ने दिया जवाब

कोलकाता : शनिवार को कोलकाता पहुंचे केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के मणिपुर दौरे को लेकर निशाना साधा। अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मणिपुर की परिस्थिति को हथियार कर विपक्ष देश में अस्थिरता बनाना चाहता है।’ उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के सांसद मणिपुर में फोटो खिंचाने के लिये गये हैं। अनुराग ठाकुर ने मणिपुर दौरे को केवल दिखावा बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पूर्व सरकारों के शासन में म​णिपुर जल रहा था, उस समय उत्तर-पूर्वी राज्यों का दौरा करने वाले संसद में एक शब्द भी नहीं कहते थे। उन्होंने कहा, ‘जब मणिपुर महीनों के लिये बंद हो गया था, उस समय किसी ने एक शब्द नहीं कहा।’ उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर से वापस आकर विपक्ष का प्रतिनिधिदल संसद को चलने नहीं देगा। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से मेरी अपील है कि पश्चिम बंगाल में भी कोई प्रतिनिधिदल भेजें जहां महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। जिस तरह टीएमसी कांग्रेस समेत विपक्ष के कार्यकर्ताओं की हत्या करवाकर सत्ता में टिकी है, क्या कांग्रेस उस टीएमसी के खिलाफ कुछ कहेगी ? क्या विपक्ष का दल राजस्थान जायेगा जहां महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं और पश्चिम बंगाल व राजस्थान पर कोई रिपोर्ट देगा।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर राज्य में पंचायत चुनाव में हिंसा करवायी गयी। पंचायत चुनाव में भाजपा के जीते हुए उम्मीदवारों को सम्मानित करने कोलकाता आये अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि पंचायत चुनाव में 57 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गयी। इसके बावजूद इस बार भाजपा को दोगुनी सीटें मिली और यह इस बात की ओर इशारा करती हैं कि अब ममता बनर्जी के गिने-चुने दिन ही बचे हैं।
तृणमूल से शशि पांजा ने दिया जवाब
राज्य की उद्योग मंत्री डॉ. शशि पांजा ने अनुराग ठाकुर के हमलों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘ये अनुराग ठाकुर वही हैं ना जिन्होंने गोली मारो….गद्दारों का नारा दिया था। उन्हें तो जेल में होना चाहिये, लेकिन चूंकि वह भाजपा के हैं, इसलिये उनका सब कुछ साफ-सुथरा है।’ पांजा ने कहा, ‘मणिपुर जाने के बजाय अनुराग ठाकुर पश्चिम बंगाल में हैं और यहां चुनावी हिंसा पर बात कर रहे हैं। पीएम और दूसरे केंद्रीय मंत्री भी मणिपुर पर चुप हैं। भाजपा हिंसा को भड़काती है। भाजपा के नेता कहते हैं कि पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गयी सरकार को हटा दिया जायेगा और यहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जायेगा।’ डॉ. पांजा ने सवाल किया कि संसद में प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा पर अपना बयान क्यों नहीं दे रहे हैं ? अपनी सोच से बाहर निकलें और मणिपुर के लोगों के बारे में सोचें, उत्तर-पूर्वी राज्यों पर भी ध्यान दें। वहीं राज्य के शहरी विकास व पालिका मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि इस तरह के दौरों से कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्हाेंने कहा, ‘महापुरुषों की मूर्ति तोड़ने वालों के बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता। इस तरह के नेताओं के कोलकाता आने से कोई लाभ नहीं होगा।’

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