सागर दत्त अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था का विस्तृत ब्यौरा | Sanmarg

सागर दत्त अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था का विस्तृत ब्यौरा

कोलकाता : सागर दत्त मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के एमएसवीपी, संजय मिस्त्री ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक महत्वपूर्ण दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर में पुलिस फांड़ी और प्राइवेट सिक्योरिटी के द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया। उनका यह कदम अस्पताल के सुरक्षा मानकों को मजबूत करने और मरीजों तथा उनके परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

पुलिस और प्राइवेट सिक्योरिटी की भूमिका

इस दौरे में, संजय मिस्त्री ने सुरक्षा बलों के सहयोग से यह सुनिश्चित किया कि अस्पताल परिसर में सभी सुरक्षा उपाय प्रभावी ढंग से लागू हों। पुलिस फांड़ी ने सुरक्षा प्रबंधों का समुचित पालन सुनिश्चित करने के लिए अपने कार्यों को अपडेट किया, जबकि प्राइवेट सिक्योरिटी ने अस्पताल के भीतर निगरानी रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए।

वाहनों की पार्किंग व्यवस्था

संजय मिस्त्री ने यह भी बताया कि अस्पताल में आने वाली गाड़ियों की पार्किंग के लिए एक सुव्यवस्थित व्यवस्था बनाई गई है। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि अस्पताल में पहुंचने वाली सभी गाड़ियों पर एक विशेष स्टीकर लगाया जाएगा। यह स्टीकर यह सुनिश्चित करेगा कि केवल वही वाहन अस्पताल परिसर में प्रवेश कर सकें, जिन पर यह स्टीकर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हो।

स्टीकर नीति का महत्व

स्टीकर नीति का मुख्य उद्देश्य यह है कि अस्पताल परिसर में केवल अधिकृत गाड़ियाँ ही प्रवेश करें, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो। इस व्यवस्था के अंतर्गत, अस्पताल में आने वाले मरीजों, कर्मचारियों और अन्य व्यक्तियों को सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल वे ही गाड़ियाँ परिसर में आएं, जिनकी पहचान स्पष्ट हो।

शव ले जाने वाली गाड़ियाँ

यह भी ध्यान में रखा गया है कि शव ले जाने वाली गाड़ियों पर इस स्टीकर नीति का लागू नहीं होगा, ताकि उन्हें अस्पताल में बिना किसी रुकावट के प्रवेश करने की अनुमति मिल सके। यह संवेदनशीलता का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो अस्पताल की मानवता और देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

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