सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में साल के पहले चक्रवात मोचा को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसे लेकर राज्य सरकार ने भी तैयारी की है। पिछले 4 सालों से मई का महीना बंगाल के लिए चक्रवात का महीना रहा है जिसमें भारी जान-माल का नुकसान होता रहा है। इस बार भी उसी तरह के आसार बनने लगे हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर भारी निम्न दबाव बन रहा है जिसकी वजह से चक्रवात ‘मोचा’ के आने की सम्भावना है। इस चक्रवात से निपटने के लिए कोलकाता नगर निगम और विधाननगर नगर निगम अलर्ट हैं।
निकासी पंपिंग स्टेशन पर 24 घंटे निगरानी रखने का निर्देश
एमएमआईसी देवाशिष कुमार ने बताया कि पहले ही बड़े पेड़ों की कटाई-छंटाई शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही आपदा से निपटने के लिए निगम कमर कस कर तैयार है। प्रत्येक निकासी पंपिंग स्टेशन पर 24 घंटे निगरानी रखने का भी निर्देश दिया गया है। अगर कहीं पेड़ गिरते हैं तो उन्हें तुरंत हटाया जाएगा। चक्रवात के प्रभाव से होने वाली बारिश के कारण जिन इलाकों में जलजमाव की समस्या होगी उन इलाकों के मैनहोल पर विभाग द्वारा खतरे का बोर्ड लगाया जाएगा।
लगभग 80 खतरनाक पेड़ों की पहचान की गई
वहीं विधाननगर नगर निगम ने भी खतरनाक पेड़ों की कटाई शुरू कर दी है। मालूम हो कि साल्टलेक और विधाननगर क्षेत्र में सबसे अधिक पेड़ हैं। यहां मिट्टी में बालू की मात्रा अधिक होने के कारण कई स्थानों पर बड़े पेड़ों की जड़ें ढीली पड़ गयी हैं। इसे लेकर अधिकारियों ने कहा कि लगभग 80 पेड़ों की पहचान की गई है, जिनकी जड़ें या तो ढीली हैं या किसी अन्य कारण से कमजोर हैं और वह कभी भी गिर सकते हैं। ऐसे पेड़ों को ‘मोचा’ से पहले काट दिया जायेगा।
कहा एमएमआईसी रहीमा बीबी ने…
इस बारे में विधाननगर नगर निगम के पर्यावरण विभाग की एमएमआईसी रहीमा बीबी ने कहा कि पेड़ों की कटाई चक्रवात के कारण ही नहीं बल्कि सामान्य परिस्थिति में भी किसी दुर्घटना से बचाव के लिये की गई है। चक्रवात आने से पहले जो पेड़ कमजोर हैं उन्हें काट दिया जायेगा। इसके लिए काम भी शुरू हो गया है।
‘Mocha’ से निपटने के लिये निगम ने कसी कमर, शुरू हुई पेड़ों की छंटाई
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