

गुवाहाटी: गायक जुबिन गर्ग की मौत की परिस्थितियों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस मामले में शुक्रवार को असम के गुवाहाटी स्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है।
चार बक्सों में भरकर अदालत लाया गया आरोप पत्र
अधिकारियों ने बताया कि 3,500 से अधिक पन्नों के आरोप पत्र को सबूतों के साथ चार बक्सों में भरकर अदालत में लाया गया था। नौ सदस्यीय एसआईटी छह वाहनों के काफिले में पहुंची। जानकारी के अनुसार, जुबिन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय हुई थी।
असम सरकार ने एसआईटी का गतहन किया था
असम सरकार ने गायक की मौत की जांच के लिए विशेष पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) एम पी गुप्ता के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था। गुप्ता ने इससे पहले बताया था कि इस मामले में अब तक सात गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं और 300 से अधिक गवाहों से पूछताछ भी की जा चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने हाल ही में संपन्न विधानसभा सत्र में दावा किया था कि गर्ग की मौत 'स्पष्ट रूप से हत्या' थी।
कौन थें ज़ुबीन गर्ग
गौरतलब है कि ज़ुबीन गर्ग (Zubeen Garg) एक प्रमुख भारतीय गायक, संगीतकार, गीतकार, अभिनेता और फिल्म निर्माता थें, जो मुख्य रूप से असमिया संगीत और सिनेमा में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने बंगाली, हिंदी और कई अन्य भारतीय भाषाओं में भी गाने गाए हैं। उन्हें "असम का रॉकस्टार" भी कहा जाता था।
जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर, 2025 को सिंगापुर में एक स्कूबा डाइविंग दुर्घटना के बाद निधन हो गया। वह 52 वर्ष के थे। इस घटना ने प्रशंसकों और संगीत जगत को झकझोर कर रख दिया था। उनकी आकस्मिक मृत्यु ने कई सवाल पैदा कर दिए थे जिसके बाद से ही उनकी हत्या के कयास लगाए जा रहे थें।