अगर चीन गये अमेरिकी नागरिक तो …

अगर चीन गये अमेरिकी नागरिक तो …
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वाशिंगटन : चीन और अमेरिका के बीच संबंधों में अभी भी खटास बनी हुई है। चालबाज चीन अपनी गलत हरकतों के लिए वैसे भी दुनिया में कुख्यात है। ऐसे में अमेरिका और चीन के संबंध हाल के समय में तनावपूर्ण बने हैं। भले ही हाल के समय में दो अमेरिकी मंत्रियों ने चीन की यात्रा की हो, लेकिन अमेरिकी मानता है कि चीन में अमेरिकी नागरिकों का जाना जोखिमभरा है। ऐसे में अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए नया परामर्श जारी किया है।

अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए जारी किया यह परामर्श

चीन में अमेरिकी नागरिकों पर मनमाने तरीके से कानून को लागू करने, निकास प्रतिबंधों और गलत तरीके से हिरासत में लिए जाने के जोखिम के मद्देनजर अमेरिका ने अपने नागरिकों को चीन की यात्रा पर पुनर्विचार करने का परामर्श जारी किया है। परामर्श में कहा गया है कि 'पीआरसी में यात्रा करने वाले या रहने वाले अमेरिकी नागरिकों को अमेरिकी दूतावासीय सेवाओं तक पहुंच के बगैर या उनके कथित अपराध के बारे में जानकारी के बिना हिरासत में लिया जा सकता है।'

78 साल के अमेरिकी नागरिक को कर लिया था गिरफ्तार

इस दौरान किसी खास मामले का हवाला तो नहीं दिया गया लेकिन यह सलाह मई में जासूसी के आरोप में 78 वर्षीय अमेरिकी नागरिक को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद आई है। यह पिछले सप्ताह चीन के व्यापक विदेशी संबंध कानून के पारित होने के बाद आया है, जो चीन के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ जवाबी कदम उठाने की धमकी देता है।

चीन ने हाल ही में बड़े पैमाने पर लिखित जासूसीरोधी एक कानून भी पारित किया है जिसके तहत कार्यालयों पर छापे मारे गए हैं। इससे विदेशी व्यापार समुदाय में खलबली मची हुई है। इसके साथ ही विदेशी आलोचकों पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून भी बनाया गया है। अमेरिकी परामर्श में कहा गया, 'पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना यानी पीआरसी, सरकार कानून के तहत निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के बिना मनमाने ढंग से स्थानीय कानूनों को लागू करती है। इसमें अमेरिकी नागरिकों और दूसरे देशों के नागरिकों पर निकास प्रतिबंध जारी करना शामिल है।'

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