

मथुरा : मथुरा जनपद में कुछ अज्ञात लोगों ने दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव के नाम अकबरपुर को दर्शाने वाले बोर्ड पर कालिख पोतकर नया नाम ‘रघुवरपुर’ लिख दिया। घटना का पता चलने पर पुलिस जांच में जुट गई है।
अधिकारियों ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस घटना का संबंध बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की उस टिप्पणी से है जिसमें उन्होंने 'अकबरपुर' नाम के गांव को दर्शाने वाले बोर्ड के दिखने का जिक्र करते हुए कथित तौर पर सुझाया था कि अब नाम को 'रघुवरपुर' कर दिया जाना चाहिए।
7 नवंबर से 16 नवंबर के बीच दिल्ली से वृन्दावन तक निकाली गई पदयात्रा के समापन पर लोगों को संबोधित करने के दौरान कथावाचक ने यह टिप्पणी की थी। लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने सरकार को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी और लोगों से यह आह्वान नहीं किया था कि वे जाकर खुद नाम बदल दें।
पुलिस ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ अज्ञात लोगों ने स्वत: ही बोर्ड पर लिखे नाम को परिवर्तित कर दिया। इस संबंध में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर पुलिस जांच में जुटी है।
छाता क्षेत्र के उपाधीक्षक भूषण वर्मा ने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों ने राजमार्ग पर लगे उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के बोर्ड पर लिखे 'अकबरपुर' पर कालिख पोतकर उसकी जगह 'रघुवरपुर' लिख दिया।
जानकारी मिलने पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है तथा बोर्ड को उसके मौलिक रूप में लाने की कवायद की जा रही है। आरोपियों की पहचान करके उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।