

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस आश्वासन पर पूरा भरोसा है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार विस्फोट में शामिल लोगों का पर्दाफाश होगा और उन्हें सज़ा दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को आत्मचिंतन करना चाहिए कि आखिर नाकामी कहां है।
प्रधानमंत्री के आश्वाशन पर भरोसा
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार शाम हुए विस्फोट के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए यादव ने कहा, "प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह एक साज़िश थी और इसकी गहन जांच होगी। हमें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री और सरकार यह खुलासा करेंगे कि राष्ट्रीय राजधानी के बीचों-बीच, हमारी आज़ादी के प्रतीक के पास, जहां प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं, इतनी बड़ी घटना के पीछे कौन था।"
खुफिया एजेंसियां ही सवालों के घेरे में क्यों
सपा प्रमुख ने कहा, 'यह बेहद दुखद है कि इतने महत्वपूर्ण स्थान पर, जो हमारी आज़ादी का प्रतीक है और जिसका इस्तेमाल प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देने के लिए करते हैं, इतने सारे लोगों की जान चली गई। सच्चाई सामने आनी ही चाहिए कि साजिशकर्ता कौन थे। हम पारदर्शी जांच की माँग करते हैं। जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, तो खुफिया एजेंसियां सवालों के घेरे में क्यों आ जाती हैं?'
देश आतंकवाद का खात्मा चाहता है
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें किसी सुरक्षा चूक का संदेह है, कन्नौज से लोकसभा सदस्य ने कहा कि सरकार और जांच कर रही एजेंसियों पर भरोसा करना ज़रूरी है। उन्होंने कहा, 'हमें अपने निर्वाचित प्रधानमंत्री पर भरोसा रखना चाहिए, जिन्होंने देश को आश्वासन दिया है कि साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश किया जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरा देश चाहता है कि आतंकवाद खत्म हो और ऐसी घटनाएं फिर कभी न हों।'
भाजपा के लगातार सत्ता में रहने के वावजूद ऐसी घटना क्यों ?
उन्होंने कहा, 'हमें यह भी सोचना होगा कि एक ही पार्टी के लगातार सत्ता में रहने के बावजूद ऐसी घटनाएं क्यों होती रहती हैं।' एक अन्य प्रश्न के उत्तर में यादव ने दावा किया कि पत्रकारों को कुछ तथ्यों की जानकारी थी, लेकिन वे उनके बारे में खुलकर बात नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा, 'आप भी सच जानते हैं, लेकिन आप चाहते हैं कि मैं इसे बताऊँ। आप इसे जानते हैं, लेकिन अभी नहीं कह सकते और इस समय, हम भी ऐसे सवाल नहीं उठा सकते। फिलहाल, हमें सरकार पर भरोसा करना चाहिए।'