

चेन्नईः तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बृहस्पतिवार को पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी और उन्हें “सामाजिक न्याय के संरक्षक” की संज्ञा दी।
स्टालिन ने कहा कि जब “केंद्र सरकार में बैठे शासक ईडब्ल्यूएस और नीट जैसे तरीकों से सामाजिक न्याय को कमजोर करते हैं”, तब वीपी सिंह जैसे प्रधानमंत्री की कमी और अधिक महसूस होती है।
स्टालिन ने वीपी सिंह को किया याद
स्टालिन आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए आरक्षण का जिक्र कर रहे थे, जिन्हें उनके मुताबिक अब तक आरक्षण का फायदा नहीं मिला है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का उल्लेख भी किया। गौरतलब है कि स्टालिन की अगुवाई वाली द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पार्टी इन दोनों का ही विरोध कर रही है।
स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, "तमिलनाडु और उनके (वी.पी. सिंह के) बीच के बंधन को अभिव्यक्त करने वाली उनकी आदमकद मूर्ति अब शान से खड़ी है जिसका अनावरण मैंने 2023 में ठीक इसी दिन किया था।"
तमिलनाडु की जनता करती है वीपी सिंह से प्यार
उन्होंने कहा, ‘‘उनके (वी पी सिंह) जैसे प्रधानमंत्री की कमी आज और भी अधिक महसूस होती है, जब केंद्र सरकार के शासक ईडब्ल्यूएस और नीट जैसे अलग-अलग तरीकों से सामाजिक न्याय को दबाते हैं।" स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु की जनता और उनके पिता (पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि) सिंह से बहुत प्यार करते थे।
उन्होंने लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह जो अपनी कथनी और करनी दोनों से तमिल लोगों के मित्र के रूप में खड़े रहे, उनकी पुण्यतिथि पर मैं उनकी सामाजिक न्याय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में लिखा, "राष्ट्र द्वारा सराहे गए सामाजिक न्याय के संरक्षक वी. पी. सिंह की ख्याति सदा बढ़ती रहे।"