

नई दिल्ली- बिजली आपूर्ति में बाधा न आए, इसका श्रेय आम आदमी पार्टी सरकार को देने से इनकार करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बिजली आपूर्ति का शिलान्यास 2014 में राष्ट्रपति शासन के दौरान हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार बिजली उपलब्ध कराने के नाम पर केवल भ्रष्टाचार में लिप्त रही।
केंद्र सरकार दिल्ली की बिजली को लेकर कर रही है काम
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली में नए बिजली संयंत्रों के लिए 675 करोड़ रुपये और बिजली ट्रांसफार्मर और तारों को मजबूत करने के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। सचदेवा ने आगे कहा कि बिजली वितरण में शामिल निजी कंपनियों ने भी बिजली उत्पादन और आपूर्ति में सुधार के प्रयास किए। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अरविंद केजरीवाल सरकार 2015 से 2025 के बीच बिजली आपूर्ति की आड़ में केवल भ्रष्टाचार में लिप्त रही है।