यह टीम पाकिस्तान जा कर खेलने से कर सकती है मना

जाने क्या है पूरा मामला
यह टीम पाकिस्तान जा कर खेलने से कर सकती है मना
Published on

नई दिल्ली - भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल भले ही युद्धविराम लागू हो गया हो और दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले रोक दिए हों, लेकिन पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली को लेकर स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है। हाल ही में वहां पीएसएल का आयोजन हो रहा था, लेकिन युद्ध जैसे तनावपूर्ण हालातों के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर भी अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं।

बांग्लादेश क्रिकेट टीम को करना है पाकिस्तान का दौरा

पाकिस्तान इस समय बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज का इंतजार कर रहा है, जो इसी महीने के अंत में प्रस्तावित है। हालांकि, यह अब तक तय नहीं है कि बांग्लादेश की टीम इस दौरे पर पाकिस्तान जाएगी या नहीं। जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बीच लगातार बातचीत जारी है। क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में बीसीबी ने पीसीबी को स्पष्ट कर दिया है कि उनके लिए खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। पाकिस्तान की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए दौरे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

दोनों देशों के बीच होनी है पांच टी20 मैचों की सीरीज

पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज होनी है, और इसके तहत बांग्लादेश की टीम को 21 मई को पाकिस्तान पहुंचना था। हालांकि, मौजूदा हालात के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की चिंताएँ बढ़ गई हैं। हाल ही में, बांग्लादेश के दो खिलाड़ी, रिशाद हुसैन और नाहिद राणा, पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में खेल रहे थे, लेकिन जब पीएसएल को स्थगित कर दिया गया, तो वे दोनों अपने-अपने घर लौट आए हैं।

पीएसएल का मामला भी अधर में लटका

पाकिस्तान ने पहले यह घोषणा की थी कि पीएसएल के बाकी मुकाबले यूएई में खेले जाएंगे, लेकिन जब यूएई ने इसे अपनी धरती पर आयोजित करने से मना कर दिया, तो पीएसएल के बचे हुए मैचों का आयोजन कहीं और करने का मामला फंस गया। अब यह देखना होगा कि युद्धविराम के बाद पाकिस्तान में हालात कैसे बदलते हैं और वहां क्रिकेट की वापसी कब संभव होती है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in